दोस्तों , इस लेख में मैं आपसे शेयर करूंगा Vitamin E लेने के कुछ अद्भुत स्वास्थ्य लाभों के बारे में जो आधुनिक विज्ञानं द्वारा प्रूव हो चुके हैं। स्किन, हेयर, हृदय , मांशपेशियों की ताकत के लिए , Vitamin E बहुत ही महत्वपूर्ण है।
कौन से हैं Vitamin E के बेस्ट फूड सोर्स? Vitamin E कैप्सूल किसे इस्तेमाल करने चाहिए और किसे नहीं। इस लेख को अंत तक पढियेगा ताकि आपको इस महत्वपूर्ण विटामिन के बारे में पूरी जानकारी मिल सके। बहुत सिंपल और प्रैक्टिकल रखेंगे इस लेख को। तो आइए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
Table of Contents
Vitamin E इतना प्रभावी क्यों है?
दोस्तों, यूं तो कहने को Vitamin E एक है लेकिन यह बना है आठ अलग अलग फैट सॉल्युबल कंपाउंड्स से। इन्हीं पावरफुल कंपाउंड्स की वजह से Vitamin E ही एक ऐसा एंटी ऑक्सीडेंट है जो सेल्स में सीधा जाकर असर करता है।
Vitamin E के फायदे
दोस्तों , इससे पहले कि हम चर्चा करें, Vitamin E लेने के बेस्ट फूड सोर्स आइए बात करते हैं Vitamin E के कुछ लाजबाव फायदों की।
1. स्किन हेल्थ
दोस्तों, आपने देखा होगा लोग फेस पैक बनाते हुए उसमें अक्सर Vitamin E के कैप्सूल का इस्तेमाल करते हैं। वो इसलिए क्योंकि Vitamin E कोलेजन प्रोडक्शन में मदद करता है। कोलेजन एक प्रोटीन है जो स्किन को टाइट करता है और टेक्सचर को भी बढ़ाता है।
यह बात सही है कि Vitamin E का चेहरे पर झुर्रियां और फाइन लाइन्स को कम करने में भी एक अहम रोल है। यहां तक कि स्किन पर जो निशान होते हैं जैसे स्ट्रेच मार्क्स, पिंपल मार्क्स उन पर भी अगर Vitamin E का तेल लगाया जाए तो धीरे धीरे निशान गायब होने लगते हैं और यही नहीं स्टडी से पता चला है कि Vitamin E लेने से एग्जीमा जैसी स्किन कंडीशन भी बेहतर होती है।
2. हार्ट हेल्थ
हार्ट अटैक एक आम समस्या हो गयी है लेकिन इसका कारण क्या है ? दोस्तों, जब हमारे रक्त में थक्के बनने लगते हैं, मतलब यह कि खून एक जगह पर इकट्ठा होने लगता है तब हार्ट अटैक होने के चांस काफी बढ़ जाते हैं और Vitamin E का यही गुण है कि यह खून में क्लॉटिंग नहीं होने देता। अगर कहीं खून में पहले से ही क्लॉट बने हुए हो तो विटामिन ई लेने से वह घुल भी जाते हैं।
आसान भाषा में कहा जाए तो Vitamin E खून को बड़े ही प्रभावी तरीके से पतला कर देता है। यही नहीं विटामिन ई लेने से दिल की नसें सॉफ्ट रहती हैं, कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिसराइड भी कंट्रोल में रहते हैं और ब्लड प्रेशर भी हेल्दी रेंज में आने लगता है।
2019 में 18 शोधें हुई, जिनसे यह बात प्रमाणित हो गई कि जिन लोगों को Vitamin E दिया गया, उनका हार्ट हेल्दी होने लगा। तो कुल मिलाकर बात यही है कि Vitamin E आपके पूरे कार्डियो वैस्कुलर सिस्टम के लिए बहुत फायदेमंद है और आगे आने वाली बीमारियों को भी रोकता है।
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3. नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर
यह बात सच है कि Vitamin E लेने से नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर में बहुत मदद मिलती है। दोस्तों, लीवर का काम है हमारे शरीर से जहरीले प्रदार्थों को बाहर निकालना लेकिन जब हमारा खानपान सही नहीं होता तो टॉक्सिंस का लेवल काफी बढ़ जाता है और लीवर उसे संभाल नहीं पाता।
इस प्रोसेस में लीवर पर भी फैट जमने लग जाता है। इससे लीवर कमजोर हो जाता है और लीवर सिरोसिस के रूप में परमानेंट डैमेज भी हो सकता है। इस सिचुएशन में जब बिना शराब पिए फैटी लीवर की समस्या आ जाए तो Vitamin E ऐसी स्थिति के लिए कमाल की चीज है।
2021 में आठ अलग अलग शोधों के माध्यम से यह बात कही जा सकती है कि नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर में जब भी Vitamin E दिया जाता है तो यह देखा गया है कि यह लीवर पर जमे फैट को कम करने में मदद करता है। और यही नहीं SGPT और SGOT की वैल्यू जो बढ़ी होती है, वह भी नॉर्मल होने लगती है।
4. एंटी एजिंग इफेक्ट
दोस्तों, हमारे शरीर में जो सेल्स हैं उनकी उम्र बढ़ती है ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से। होता यह है कि ऑक्सीडेशन की वजह से शरीर में फ्री रेडिकल्स बनने लगते हैं, जो सेल्स पर जाकर अटैक करते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। विटामिन ई क्योंकि एक एंटी ऑक्सीडेंट है, इसलिए यह इस प्रक्रिया को रोकने में बहुत मदद करता है।
विटामिन ई की इस एंटी ऑक्सिडेंट प्रकृति की वजह से यह शरीर के सभी अंगों की एजिंग को धीमा करता है। फिर चाहे वो आपकी स्किन हो, लिवर हो, ह्रदय हो या किडनी हो।
वास्तव में 2018 में एक शोध के दौरान ऐसे मरीज जिनकी हाई ब्लड शुगर की वजह से किडनी खराब हो गई थी, उन्हें जब लगातार तीन महीनों तक 800 इंटरनेशनल यूनिट विटामिन ई दिया गया तो लगभग सभी मरीजों की किडनी रिकवर होने लगी।
इसी तरह 2021 में जब कुछ महिलाओं जिन्हें ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह से एंडोमेट्रियोसिस की प्रॉब्लम हुई, दो महीने विटामिन लेने से कंडीशन रिवर्स होने लगी। अगर आप अपने शरीर का एजिंग प्रोसेस धीमा करना चाहते हैं तो विटामिन ई आपके भोजन में पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए।
5. मांशपेशियों का दर्द
क्या आपको मस्कुलर पेन या मसल्स में क्रैम्प्स पड़ते हैं? हो सकता है आपको विटामिन ई की कमी हो। दोस्तों Vitamin E की कमी से शरीर के मांसपेशी ऊतकों में ऑक्सीजन की जरूरत बहुत बढ़ जाती है और बॉडी में कहीं भी ऑक्सीजन की कमी महसूस होगी तो पेन तो होगा ही।
इसलिए अगर किसी को चेस्ट पेन होता हो या मसल्स में क्रैम्प्स पड़ते हों तो डॉक्टर विटामिन ई लेने की सलाह देते हैं। मासिक धर्म के दौरान जो महिलाओं को पेन होता है उसे कम करने के लिए भी विटामिन ई बड़ा कारगर है।
2018 में 100 महिलाओं पर शोध की गई, जिसमें पाया गया कि 2000 इंटरनेशनल यूनिट विटामिन ई लेने से ही पीरियड पेन कम हो गया। फिर 2021 में समान अध्ययन हुआ जिससे यह बात भी सामने आई कि अगर पीरियड पेन के लिए Vitamin E लिया जाए तो उसमें जरूर आराम मिलता है।
दोस्तों, यह बात सही है कि Vitamin E आपकी बॉडी के मसल्स के लिए बहुत हेल्पफुल है और कहीं भी क्रैम्प हो, पेन हो, वेरिकोज वेन हो तो यह हेल्प करता ही है।
Vitamin E की कमी क्यों होती है
दोस्तों, विटामिन ई की कमी से ना सिर्फ स्किन, हार्ट, लिवर और मसल्स पर असर होता है बल्कि आपके लंग्स और ब्रेन पर भी खासा नेगेटिव असर होने लगता है। तो आखिर विटामिन ई की कमी होती क्यों है। दोस्तों, विटामिन ई की कमी का सबसे बड़ा कारण है बिना फाइबर का अनाज खाना।
जी हां, मैदे से बनी सभी चीजें जैसे नूडल्स, पास्ता, समोसे, कचोरी, भटूरे, केक, बिस्किट और ब्रेड खाने से बॉडी में Vitamin E की कमी हो जाती है और इसी वजह से हमें ये सारी समस्याएं आने लगती हैं।
क्या Vitamin E कैप्सूल का सेवन करना सुरक्षित है?
अब ये तो स्पष्ट हो गया कि Vitamin E लेने के बहुत लाभ हैं लेकिन ले कैसे? क्या जो ये हरे रंग के कैप्सूल मार्केट में आते हैं, यही एक ऑप्शन है। दोस्तों Vitamin E के जो कैप्सूल है वो आपको बहुत ही दुर्लभ मामलों में लेने की जरूरत है।
यह समझना जरूरी है कि हमारे शरीर की रोजाना की Vitamin E की जरुरत है 15 मिलीग्राम की। लेकिन Evion 400 के एक ही कैप्सूल में 400 मिलीग्राम विटामिन ई होता है जो कि रोज़ाना की जरुरत से कहीं ज्यादा है। इसलिए Vitamin E के लाभ जानकर इसको रोज़ाना खाना बिल्कुल भी सही नहीं है।
असल में आप हैरान होंगे कि काफी ऐसे केसेज हो चुके हैं जहां लोगों की मौत Vitamin E की ओवरडोज से हो गई। इस कैप्सूल को डॉक्टर की सलाह के बिना लेना नहीं चाहिए। हां, फेस पैक के लिए यूज करना अलग बात है।
Vitamin E के सर्वोत्तम खाद्य स्रोत?
तो क्या ऐसे फूड सोर्स हैं, जिनसे हम Vitamin E के लाभ ले सकें? जी हां, शेयर करता हूं विटामिन के तीन बेस्ट फूड सोर्स।
Wheat Germ Oil
Wheat Germ Oil बनता है गेहूं के बीज से। यह अकेला ही Vitamin E का इतना अच्छा सोर्स है कि इसके आगे बाकी सभी फूड्स फेल है।
Wheat Germ Oil के मात्र एक बड़े चम्मच में 20 मिलीग्राम विटामिन ई होता है जो कि रोजाना की जरुरत से भी कहीं ज्यादा है। यह आपको बडी आसानी से ऑनलाइन ₹200 तक का मिल जाएगा। इसका एक चम्मच आप रोजाना पी सकते हैं, किसी भी समय।
Sunflower Seeds
सनफ्लावर सीड्स यानी सूरजमुखी के बीज में भी भरपूर Vitamin E है। अगर आप सिर्फ 28 ग्राम सूरजमुखी के बीज खाएं तो आपको मिलेगा 10 मिलीग्राम Vitamin E जो कि हमारी रोजाना की जरुरत का 66 परसेंट है।
सनफ्लावर सीड्स आधा किलो आपको मिल जाएंगे ₹200 तक के। इनको अगर आप ड्राय रोस्ट करके रख लें तो एक अच्छा स्नैक ऑप्शन है। आप इन्हें ओटमील में डालकर भी खा सकते हैं।
Almonds
नंबर तीन पर है बदाम। बदाम में भी अच्छी मात्रा में Vitamin E होता है। लगभग एक मुट्ठी बादाम में 7.3 मिलीग्राम Vitamin E होता है जो कि रोजाना की जरुरत का 50 परसेंट है। बदाम को आप भिगोकर छीलकर खा सकते हैं। बदाम को रोस्ट करके भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
बदाम का मक्खन यानी आलमंड बटर भी बड़ी आसानी से आपको मिल जाता है। इसका एक चम्मच खाने से आपको अच्छा खासा Vitamin E मिल जाएगा। बादाम रोगन का एक चम्मच अगर दूध में डालकर पीया जाए तो वो भी Vitamin E का एक अच्छा स्रोत है।
मूंगफली में भी ठीक ठाक Vitamin E होता है। इसको भी आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। दोस्तों इसके अलावा पालक और बाकी हरी पत्तेदार सब्जियों में भी Vitamin E होता है। टमाटर, आम और नारियल में भी थोड़ा थोड़ा Vitamin E होता है। अपनी डाइट में इन सबको थोड़ा थोड़ा शामिल कर सकते हैं।
निष्कर्ष
तो दोस्तों, अगर हम जल्दी से रीकैप करें तो Vitamin E एक बहुत ही महत्वपूर्ण विटामिन है आपकी स्किन, हार्ट, लिवर और मसल्स के लिए क्योंकि Vitamin E एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है तो ये बॉडी के एजिंग प्रोसेस को धीमा करता है।
विटामिन ई के हरे रंग के कैप्सूल को आप लोग फेसपैक में इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन खाने के लिए नहीं। क्योंकि इनकी एक कैप्सूल में 400 मिलीग्राम Vitamin E है जो कि शरीर की रोजाना जरुरत से कहीं ज्यादा है। इसके लिए डॉक्टर की सलाह ही बेहतर रहेगी।
Vitamin E को पूरा करने के लिए wheat germ oil का एक चम्मच बेस्ट सोर्स है। बाकी सूरजमुखी के बीज, बादाम, आलमंड बटर, पीनट बटर, हरी पत्तेदार सब्जियां टमाटर, आम और नारियल भी Vitamin E के लिए लिए जा सकते हैं।