यह हैं राम मंदिर के आसपास की गयी 10 कड़ी सुरक्षा सुविधाएँ | Amazing Facts In Hindi

Amazing Facts In Hindi: 1800 करोड़ रुपए की लागत से बने राम मंदिर के बारे में भला कौन नहीं जानता है। लेकिन दोस्तों क्या आप राम मंदिर के आस पास के सिक्योरिटी विशेषताएँ के बारे में जानते हैं? दोस्तों ,आज के इस लेख में हम आपको राम मंदिर के आसपास टॉप 10 सिक्योरिटी फीचर्स के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं। 


Top 10 Security features around the RAM temple


यह हैं राम मंदिर के आसपास की गयी 10 कड़ी सुरक्षा सुविधाएँ| Amazing Facts In Hindi



नंबर 10. Facebook Instagram Monitoring

आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया निगरानी एक महत्वपूर्ण अभ्यास बन गया है। इंटरनेट प्लैटफॉर्म के व्यापक प्रभाव को देखते हुए कंपनियों, वस्तुओं और ट्रेंड्स से जुड़ी बातचीत को समझना और नियंत्रित करना महत्वपूर्ण हो गया है। 

जनता के बीच वायरल होने वाली भ्रामक  सूचनाएं रोकी जा सके और सही जानकारी दी जा सके। तथ्यों से छेड़छाड़ कर वायरल किए जाने वाले ऑडियो, वीडियो और फेक न्यूज रोकना ही इसका मुख्य उद्देश्य होता है। 

किसी भी खतरनाक गतिविधि के संकेत देखने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कड़ी निगरानी रखी जाती है। 


नंबर 9. Intelligent Traffic Management System 

इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम प्रोजेक्ट, जिसका ऑब्जेक्टिव आगंतुकों के लिए सुरक्षित यात्रा और स्मूथ ट्रैफिक फ्लो सुनिश्चित करना है, जिन्हें अयोध्या में 20 स्थानों पर लागू किया गया है। 

emergency call box in Ayodhya


जिला प्रशासन ने रणनीतिक रूप से 20 प्रमुख स्थानों पर आपातकालीन कॉल बॉक्स लगाए हैं। ये बॉक्स आपात स्थिति में केंद्रीय नियंत्रण कक्ष को महत्वपूर्ण जानकारी भेजेंगे और बहुमूल्य सहायता प्रदान करेंगे। 


नंबर 8. Hazardous Materials Vehicles (HAZMAT )

एनडीआरएफ के पास कई बहु टन HAZMAT वाहन हैं जिनमें से प्रत्येक की कीमत लगभग ₹15 करोड़ है। रक्षा मंत्रालय के तहत भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित यह वाहन वर्तमान में अयोध्या में तैनात है। 

इसके अतिरिक्त डूबने की किसी भी घटना से निपटने के लिए एनडीआरएफ की गोताखोर टीमों को सरयू  नदी और शहर के अन्य जल निकायों में तैनात किया गया है। 

एनडीआरएफ ने अयोध्या में कई टीमें और खतरनाक सामग्री HAZMAT वाहन तैनात किए हैं। ये वाहन जो हाल ही में दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान बल द्वारा खरीदे गए थे, प्रभावी आपदा प्रतिक्रिया को सक्षम करेंगे। 


नंबर 7. Advanced Binoculars  

सरकार ने मनीपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रघुनाथ मनोहर डिप्टी इंजीनियर एडवांस्ड मटीरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी द्वारा विकसित 25 दूरबीनों को अपने कब्जे में ले लिया है। 

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन दूरबीनों में 9  लेंस होते हैं जो समान फोकल लेंथ और डायमीटर 10 सेंटीमीटर और 50 मिलीमीटर के नौ कॉन्टेक्ट लेंस का उपयोग करके एक्टिंग लेंस सिस्टम बनाते हैं। 

कहा जाता है कि इस उपकरण में ऑप्टिकल सिस्टम आवश्यक आकार के आठ पीवीसी ट्यूबों के साथ आता है। फिर इन्हें थोड़े बड़े पीवीसी कंटेनर पाइप में डाल दिया जाता है, जिसके एक सिरे पर कॉलर होता है और छवि देखने के लिए बीच में एक छेद होता है। 

फोकस करने और दूर की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करने के लिए हाउसिंग ट्यूब पर बाहरी पेंच धागे काटे गए हैं। कंटेनर ट्यूब एक्टिंग आईपी कम कंपाउंड माइक्रोस्कोप है। 


नंबर 6. Tyre Killer

बूम बैरियर, जिन्हें टायर किलर के रूप में भी जाना जाता है, जो अनधिकृत वाहनों को किसी संपत्ति में प्रवेश करने से रोकने के लिए काम करते हैं। रोडवेज, होटल्स और ऑफिस जैसे विभिन्न प्रतिष्ठानों तक प्रवेश बिन्दु को प्रभावी ढंग से ब्लॉक करते हैं। 

Tyre Killer


टायर किलर एक प्रकार का स्पीड ब्रेकर होता है, लेकिन वो एक साइड से नुकीला होता है। जहां अगर आप सही दिशा में ड्राइविंग करते हैं तो यह स्पीड ब्रेकर का काम करेगा। वहीं अगर आप उलटी दिशा में गाड़ी लेकर चलते हैं तो आपकी गाड़ी के टायर में नुकीले कील चुभ सकते हैं, जिससे टायर पंक्चर या फिर फट भी सकता है। 

इससे वाहन मालिक को काफी नुकसान हो जाता है। कई बार सामने के दोनों टायर भी खराब हो जाते हैं, जिससे हजारों का नुकसान हो जाता है। सरकार को इससे क्या फायदा होता है। तो दोस्तों सबसे पहले तो ड्राइवर ऐसे रास्ते पर रॉन्ग साइड पर जाने से कतराते हैं, जिससे संभावित दुर्घटना पर लगाम लगाया जाता है। 

वहीं रॉन्ग साइड से यदि कोई गाड़ी चलाते समय पकड़ा जाता है तो उसे भारी भरकम चालान का सामना करना पड़ता है। कुल मिलाकर टायर किलर से जान और धन दोनों की बचत होती है।


 नंबर 5. Railway Station Security 

अयोध्या में रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसी कड़ी में दिल्ली हावड़ा रेल रूट के बिजी रेलवे स्टेशन में शुमार पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन के साथ साथ दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के सभी बड़े स्टेशनों पर एक तरफ जहां रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। 

वहीं दूसरी तरफ अयोध्या और लखनऊ की तरफ जाने वाली ट्रेनों में गहन चेकिंग अभियान भी चलाया गया है। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के जवान आम यात्रियों के साथ साथ स्टेशन पर काम करने वाले सफाईकर्मियों और कुलियों के साथ मीटिंग की ओर और उन्हें सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। 

यूपी पुलिस ने अयोध्या रेलवे स्टेशन और उसके आसपास के सेटेलाइट रेलवे स्टेशनों के लिए भी व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार रेलवे स्टेशन पर लगभग 200 सरकारी रेलवे पुलिस, जीआरपी के जवान, 400 रेलवे सुरक्षा बल, आरपीएफ के जवान और पीएसी की दो कंपनियां तैनात की गई हैं ।


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नंबर 4. 10 thousand CCTVs 

दोस्तों इन दिनों AI (Artificial Intelligence) हर एक फील्ड में चरम पर है। हर प्रोडक्ट में एआई को ऐड किया जा रहा है और ऐसे में कैमरा कैसे पीछे रह सकता है। 

आपको बता दें कि AI की मदद से कैमरा भी बहुत स्मार्ट हो गए हैं। AI के जरिए अब कैमरा भी हाई रेजोल्यूशन वीडियो कैप्चर करने के साथ साथ हर एंगल से घूम घूमकर चीजों को रिकॉर्ड करने लगा है। 

AI कैमरा एक ऐसा कैमरा है जिसमें एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर होता है, जो इंटेलिजेंट फीचर्स के साथ कैमरे के काम को बेहतर बनाने की क्षमता रखता है। 

हाल ही में अयोध्या में ऐसे 10,000 सीसीटीवी कैमरा स्थापित किए गए हैं, जिसमें पीले और लाल दोनों क्षेत्रों में एक सेंट्रल कमांड कंट्रोल सेंटर है। ये सेंटर 90 दिनों की रिकॉर्डिंग क्षमता के साथ पूरे शहर के कैमरों से फुटेज स्टोर करता है। 


नंबर 3. Drones

उत्तर प्रदेश पुलिस राम मंदिर के अभिषेक समारोह के दौरान एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी तैनात करने वाली भारत की पहली राज्य पुलिस बल है। 

एंटी ड्रोन सिस्टम की क्षमताओं के बारे में बताते हुए एक एटीएस अधिकारी ने बताया, वे विशेष रूप से  रेडियो फ्रीक्वेंसी के लिए स्कैन करके या यहां तक कि उनके कमांड प्रोटोकॉल के आधार पर व्यक्तिगत ड्रोन मॉडल की पहचान करके अवांछित ड्रोन का पता लगाते हैं और उन्हें रोकते हैं। 

इसके अतिरिक्त, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल और इन्फ्रारेड सेंसर अपने दृश्य और हीट सिग्नेचर के माध्यम से ड्रोन का पता लगा सकते हैं। 

पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि ड्रोन पूरे अयोध्या की निगरानी करेगा। साथ ही एंटी माइन ड्रोन ग्राउंड पर भी निगरानी रखेंगे जो धमाके आदि से बचाने का काम करेंगे। 

जानकारी के मुताबिक जमीन से एक मीटर की ऊंचाई पर काम करने वाले एंटी माइंस ड्रोन एडवांस टेक्नोलॉजी के साथ आते हैं। इनमें स्पेक्ट्रोमीटर, वेवलेंथ डिटेक्शन है, जो जमीन के अंदर छिपे विस्फोटक को डिटेक्ट कर सकते हैं। 


नंबर 2. CRPF 

दोस्तों, हाल ही में अयोध्या के राम मंदिर के गर्भगृह की घेराबंदी के लिए मुख्य मंदिर में सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया, जहां भगवान राम की मूर्ति रखी गई थी। सीआरपीएफ केंद्रीय बल 90 के दशक से राम जन्मभूमि की सुरक्षा कर रहा है। 

SSF ऑफिसर विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य में सबसे बड़ा घटक है, जिसमें यूपी पुलिस और पीएसी के 1400 कर्मी हैं, जिन्हें मंदिर के ठीक बाहर रेड जोन में तैनात किया गया था। 


नंबर 1. SPG Commando 

एसपीजी बहुत ही ट्रेंड यूनिट है जो आधुनिक उपकरण और वाहन से लैस होती है। इसमें तीन हज़ार कमांडो होते हैं, जिन्हें देश की सिक्योरिटी फोर्सेज से सेलेक्ट किया जाता है। 

अभी तक गांधी परिवार यानी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी और प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में ये 3000 जवान तत्पर रहते थे। लेकिन अब अकेले पीएम मोदी की सुरक्षा का जिम्मा इन कमांडो के पास है। 

एसपीजी कमांडो के पास आधुनिक राइफल्स, अंधेरे में देख पाने वाले चश्मे, संचार के अत्याधुनिक उपकरण, बुलेट प्रूफ जैकेट, दस्ताने, कोहनी और घुटनों पर लगाने वाले गार्ड होते हैं। 

इनके पास हाईटेक गाड़ियों का दस्ता भी होता है। एसपीजी के पास बीएमडब्ल्यू सीरीज की बख़्तरबंद वाहन, रेंज रोवर एसयूवी, बीएमडब्ल्यू, टोयोटा और टाटा की बख़्तरबंद गाड़ियां होती हैं, जो असॉल्ट राइफल, ऑटोमैटिक गन्स, एम रिवॉल्वर और अन्य आधुनिक हथियारों से लैस होती हैं। 


निष्कर्ष (Amazing Facts In Hindi)

तो दोस्तों यह था आज का हमारा लेख 0. के बारे में। दोस्तों आपको क्या लगता है इतनी सुरक्षा के बाद अब यहाँ कोई असामाजिक या असवैंधानिक लोग या गुट यहाँ पर आँख उठा कर देखने की हिम्मत कर सकते हैं। 

और आपको भारत सरकार की सुरक्षा व्यवस्था कैसी लगी कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर बताइयेगा। यहां तक हमारे साथ बने रहने के लिए धन्यवाद। जय श्री राम।  

Vinod Pandey

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