2024 के Bull Market में अपने पैसों को सबसे ज्यादा प्रॉफिट के लिए निवेश कैसे करें

 दोस्तों ये साल 2005 की बात है मेरे एक फ्रेंड के डैडी ने एक प्रॉपर्टी सेल की थी जिससे उनको कुछ 4-5  लाख का अमाउंट मिला था। अब वो सोच ही रहे थे कि उसे कौन सी दूसरी प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करना है, तभी उनको कहीं से स्टॉक मार्केट के बारे में पता चलता है। क्योंकि उस टाइम पर भी एक बुल मार्केट चल रहा था जैसा अभी चल रहा है। 

अब जिनको नहीं पता तो बुल मार्केट का मतलब ये होता है कि एक ऐसा टाइम जहां सारे स्टॉक्स के प्राइस कंटीन्यूअस ऊपर जाते रहे और सभी इन्वेस्टर्स को अच्छा खासा प्रॉफिट मिलता रहता है। जैसे अभी इंडियन स्टॉक मार्केट में लगभग पाँच हज़ार कंपनी है तो उसमें से 2600 कंपनी से ज्यादा पिछले तीन सालों में 50 परसेंट की ज्यादा रेट से ग्रो हुई है। 

How to Invest Money in 2024 Bull Market For Beginners


तो चाहे वो कोई इंटेलीजेंट इन्वेस्टर हो या कोई न्यू इन्वेस्टर, जिसको स्टॉक मार्केट की ABCD भी पता नहीं है बुल मार्केट में सबको प्रॉफिट मिलता है और सबको यही लगता है कि वो फ्यूचर वॉरेन बफेट है। और अभी 2024 स्टार्ट हुआ है और  सेंसेक्स लगभग 72000 प्वॉइंट्स पर अपने ऑल टाइम हाई पर है ,और निफ्टी भी बिल्कुल अपने पीक पर है । 

तो ये साल भी एक बुल मार्केट हो सकता है। अब इसकी कोई गारंटी नहीं है क्योंकि स्टॉक मार्केट में कोई भी किसी चीज की गारंटी दे नहीं सकता। लेकिन मार्केट कंडीशन को देखकर तो यही लग रहा है की यह साल bull run का है। पर सबसे इम्पोर्टेन्ट चीज समझने वाली ये है कि जब बुल मार्केट शुरू होता है तब बहुत सारे न्यू इन्वेस्टर्स स्टॉक मार्केट में एंटर करते हैं ,और उनकी हिम्मत बढने लगती है मार्केट को ऊपर जाता हुआ देखकर। 

और एक बहुत ही कॉमन सिचुएशन कुछ ऐसी होती है कि लोग पहले एक छोटा सा अमाउंट इन्वेस्ट करके देखते हैं कि प्रॉफिट मिल रहा है या नहीं। अब उस अमाउंट को इन्वेस्ट करने से पहले उनकी कोई लॉजिक होती होगी और फिर जब उनको थोडा सा प्रॉफिट मिलता है बुल मार्केट की वजह से तो वो थोडा और बड़ा अमाउंट इन्वेस्ट करते हैं  फिर उसमें भी उनको अच्छा खासा प्रॉफिट मिलता है। 

क्योंकि बुल मार्केट चल रहा है और फाइनली जब उनकी हिम्मत एकदम बढ़ जाती है तब वो एक बहुत बड़ा अमाउंट इन्वेस्ट कर देते हैं। लेकिन तब तक बुल मार्केट खत्म होने वाला होता है और फिर उनको वो बड़े अमाउंट पर एक बड़ा लॉस मिलता है। तो मेरे फ्रेंड के डैडी ने भी कुछ ऐसा ही किया था। 

उन्होंने 2005 में स्टॉक मार्केट में एंटर किया और दो साल छोटा मोटा प्रॉफिट कमाने के बाद 2007 में बड़ा अमाउंट इन्वेस्ट किया। यानी ऑलमोस्ट 5 लाख जो उस टाइम पर बहुत बड़ी रकम थी। लेकिन अगले ही साल में एक बहुत ही बड़ा मार्केट क्रैश आया जिसमें उनके ऑलमोस्ट सारे पैसे डूब गए और उस दिन के बाद से वो तो क्या उनके बच्चों ने भी आज तक स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट नहीं किया है। 

स्टॉक मार्केट तो क्या यहां तक कि उनकी फैमिली म्यूचुअल फंड में भी इन्वेस्ट नहीं करती है। वो हमेशा स्टॉक मार्केट को ब्लेम करते रहे। तो यहां पर सबसे पहली मिस्टेक लोग ये करते हैं कि बुल मार्केट के शुरू में लोग छोटा अमाउंट इन्वेस्ट करते हैं और बुल मार्केट के एंड में जब मार्केट क्रैश आने वाला होता है तब बड़ा पैसा इन्वेस्ट करते हैं। 

जबकि एक्चुअल में हमें इसका उल्टा करना चाहिए। तो इसलिए अगर आप एक बहुत ही मामूली इन्वेस्टर की तरह बिहेव करोगे तो आप एक करोड़ का 10 लाख कर दोगे। जबकि एक्चुअल में हमको इसका उल्टा करना है। जैसे हमें 10 हज़ार की मंथली सैलरी से करोड़ों की वेल्थ क्रिएट करनी है। 

तो इसलिए ये एक बहुत ही स्पेशल आर्टिकल है आप सभी के लिए इस न्यू ईयर के टाइम में , क्योंकि अभी भी बहुत सारे लोग जो स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं  उन्होंने लॉकडाउन के बाद से इसमें एंटर किया है और मेरा गोल इस वेबसाइट के जरिए ये है कि मैं आपकी एक्चुअल वेल्थ बिल्ड करने में हेल्प करूँ जिससे आप एक फाइनेंशियल फ्रीडम वाली लाइफ जी सको।  

तो इसलिए ये आर्टिकल तीन टाइप के लोगों के लिए है। 

  • सबसे पहले वो लोग जो स्टॉक मार्केट की ABCD भी नहीं जानते। तो स्टॉक मार्केट में एंटर करके कैसे उनको इस बुल मार्केट का फायदा उठाना है वो मैं बताऊंगा। 
  • फिर दूसरे ऐसे लोग जो स्टॉक मार्केट को थोड़ा बहुत जानते हैं और ऑलरेडी इन्वेस्टिंग कर रहे हैं ,तो वो कैसे इन्वेस्ट करें उसको हम समझेंगे। 
  • फिर तीसरे वो लोग जो ऑलरेडी स्टॉक इनवेस्टिंग करते हैं तो उनको मैं कुछ हाई लेवल स्टॉक इन्वेस्टिंग टिप्स दूंगा। तो चलिए शुरू करते हैं। 


Level 1 Beginner Investor

तो दोस्तों जो लोग स्टॉक मार्केट में बिल्कुल न्यू है और ऐसे टाइम पर इन्वेस्टिंग स्टार्ट करना चाहते हैं तो उनके लिए मेरा सिंपल सलूशन ये है कि आपको अभी शुरुआत कर लेनी चाहिए क्योंकि हमें नहीं पता कि ये बुल मार्केट कब तक चलता रहेगा या कब मार्केट क्रैश आएगा। 

हो सकता है कि हमारा स्टॉक मार्केट अगले 10 साल तक ऐसे ही ग्रो होता जाए और आप इस बढ़िया से लाइफ टाइम अपॉर्चुनिटी को मिस कर दो। या फिर ये भी हो सकता है कि अगले साल मार्केट क्रैश आ जाए। तो इसलिए आप किसी भी इंडेक्स फंड में लार्ज कैप म्यूचुअल फंड में एसआईपी सेट कर सकते हो ताकि आप इस बुल मार्केट का फायदा उठा लो। 

ऐतिहासिक रूप से इंडिया के स्टॉक मार्केट ने हमें 12 से 15 परसेंट के रेट से लॉन्ग टर्म रिटर्न दिया है पिछले 40 सालों में। तो अगर हम यह मानकर चलते कि आप बस 10 हज़ार मंथली सैलरी कमाते हो और उसमें से सिर्फ चार हज़ार पर मंथ इन्वेस्ट करते हो और हर साल आप 4% के रेट से अपने इन्वेस्टमेंट बढ़ाओगे तो इस हिसाब से 14% के रेट से आपके पास 40 साल में होंगे ऑलमोस्ट एक करोड़ रुपए। 

लेकिन इस एक करोड़ की वैल्यू उस टाइम पर 30 लाख के बराबर होगी इन्फ्लेशन यानी महंगाई की वजह से। तो ये 30 लाख रूपये एक बहुत बड़ा अमाउंट नहीं है। आप शायद इस पर रिटायर न हो पाओ। आप इसको अपने थोड़े बहुत एंजॉयमेंट के लिए यूज कर सकते हो। 

लेकिन यहां पर आप इन्वेस्टमेंट भी छोटा कर रहे हो और एसआईपी सेटअप करने के बाद आप कुछ एफर्ट नहीं डाल रहे हो इन्वेस्टिंग सीखने के लिए। तो इसीलिए आपको कोशिश ये करना है कि आप यहां से नेक्स्ट लेवल पर जाओ। 


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Level 2 Investor

तो नेक्स्ट लेवल ये है कि अगर आपको पूरी तरह स्टॉक मार्केट में इन्वॉल्व नहीं होना है तो भी आप अच्छा रिटर्न कमा सकते हो। तो ये लेवल उन लोगों के लिए है जो स्टॉक मार्केट के बारे में थोडा बहुत इंटरेस्ट रखते हैं और कभी कभी इसमें इन्वेस्ट करना चाहते हैं । 

तो उसके लिए आप आधा अमाउंट इंडेक्स फंड या म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर सकते हो और बाकी अमाउंट आप हाई ग्रोथ वाले फंड में या स्टॉक में इन्वेस्ट कर सकते हो जैसे स्मॉल कैप फंड या फिर निफ्टी नेक्स्ट इंडेक्स फंड, जिनमें ज्यादा रिटर्न का चांस होता है। 

अगर ज्यादा रिटर्न का चांस है तो इसमें ज्यादा फ्लक्चुएशन भी होगी। मतलब इनके शेयर प्राइस ज्यादा ऊपर नीचे होंगे तो ये ज्यादा रिस्की भी होते हैं। लेकिन स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स लॉन्ग टर्म में लार्ज कैप फंड्स के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देते, जैसे 18% तक का। 

अब ये भी कोई गारंटी नहीं है, लेकिन पिछले कुछ सालों मे हमें कुछ ऐसे ही रिटर्न देखने को मिले हैं। तो अगर हम अभी इसको एसआईपी कैलकुलेटर में देखेंगे तो 18 % के रेट से वही चार हज़ार रुपए का छोटा सा इन्वेस्टमेंट 30 साल में 10 करोड़ के ऊपर पहुंचा होगा। 

अब निसंदेह इसकी वैल्यू भी महंगाई की वजह से कम होगी, लगभग 3 करोड़ के आसपास। लेकिन ये एक बड़ी अमाउंट है क्योंकि यहां पर भी आप चार हज़ार की मंथली इन्वेस्टमेंट कर रहे हो। उसके बाद आप कोई  एक्स्ट्रा एफर्ट नहीं डाल रहे हो। 

फिर भी आप किसी भी फिक्स्ड रिटर्न के मुकाबले जैसे FD या कोई भी दूसरी इन्वेस्टमेंट स्कीम जहां से आपको फिक्स रिटर्न मिलता है, छह, सात या आठ पर्सेंट का, तो उनके मुकाबले आपको काफी अच्छा रिटर्न मिल रहा है। 

क्योंकि अगर आप यही अमाउंट FD में इन्वेस्ट करते हो या कोई ऐसी जगह पर जहां से आपको फिक्स्ड रिटर्न मिलता है तो आपका प्रॉफिट सिर्फ 1.5 करोड़ का होता है और इनफ्लेशन को मिलाकर आपको ऑलमोस्ट जीरो प्रॉफिट मिलता है। क्योंकि इन्फ्लेशन और एफडी का रेट ऑलमोस्ट सेम होता है। तो इसीलिए निफ्टी फिफ्टी फंड या फिर हाई ग्रोथ वाले म्यूचुअल फंड्स भी अच्छे ऑप्शन होते हैं । 


Level 3 Investor

लेकिन हमारे पास उससे भी एक अच्छा ऑप्शन है, जो है आज का तीसरा लेवल जो पर्सनली मेरा फेवरेट भी है, और वो है डायरेक्ट स्टॉक इन्वेस्टिंग। इसमें आप एक एक स्टॉक खुद पिक करके अपना पोर्टफोलियो बनाते हो तो इसमें नो डाउट सबसे ज्यादा रिस्क होता है। क्योंकि कुछ स्टॉक्स आपके डूब भी सकते हैं, उसमें आपको लॉस भी मिल सकता है। 

लेकिन हो सकता है कि आपको कोई मल्टीबैगर स्टॉक मिल जाए। यानी ऐसे स्टॉक जो लॉन्ग टर्म में या शॉर्ट टर्म पीरियड में ही 10 गुना या 50 गुना हो जाए और आपको लॉन्ग टर्म में काफी अच्छा रिटर्न दे। 

अब सिर्फ आपको एग्जांपल देने के लिए कि डायरेक्ट स्टॉक इनवेस्टिंग में कितना पोटेंशियल है दूसरे सारे इन्वेस्टमेंट के मुकाबले उसके लिए मैं आपको एक रियल स्टोरी बताता हूं, जो शायद आपने पहले सुनी होगी। लेकिन इससे हमें डायरेक्ट स्टॉक इनवेस्टिंग की पावर पता चलती है। 

तो काफी सालों पहले एक आदमी ने सिर्फ वन टाइम इन्वेस्टमेंट किया था और उसके बदले उसे कंपनी के सिर्फ 100  शेयर्स मिले और फिर ये इन्वेस्टर ने उस स्टॉक को खरीदकर कभी सेल नहीं किया। अब धीरे धीरे करके कंपनी ग्रो होती गई और इसीलिए इसका शेयर प्राइस भी बढ़ता गया। 

Wipro Shares Compounding Table

 

और जैसा आप इस टेबल में देख सकते हो कि इन्वेस्ट करने के अगले ही साल कंपनी ने एक बोनस शेयर इश्यू किया और इसी तरह कंपनी काफी बार बोनस शेयर issue करती गई। अब बोनस शेयर और स्टॉक स्प्लिट कंपनी तब करती है जब कंपनी बहुत अच्छा परफॉर्म करती है। जिससे उनके स्टॉक के प्राइस काफी ज्यादा बढ़ गए। 

तो स्टॉक स्प्लिट करने से और बोनस स्टॉक करने से कंपनी के शेयर प्राइस सस्ता रहता है। लेकिन एग्जिस्टिंग इनवेस्टर्स को मल्टीपल स्टॉक मिलते रहते हैं। जैसे उसी इन्वेस्टर के पास 2019  तक 1 करोड़ से भी ज्यादा शेयर थे, जबकि एक्चुअल में इनके पास शुरू में सिर्फ 100 शेयर थे। 

तो जिस कंपनी में उस आदमी ने इन्वेस्ट किया था, उसका नाम था विप्रो, जो 1980  में किया गया था और आज विप्रो का एक स्टॉक का प्राइस लगभग ₹480  के आसपास है। जिसके हिसाब से उस छोटे से 10000 रुपए के इन्वेस्टमेंट की वैल्यू आज हजार करोड़ से भी ज्यादा होती है। 

तो ऐसे मैजिक आपको तभी देखने मिलते हैं जब आप डायरेक्ट स्टॉक इनवेस्टिंग करते हो वो भी लॉन्ग टर्म के लिए। अब दोस्तों नो डाउट यह एक बहुत ही रेयर एक्सेप्शन था क्योंकि विप्रो कंपनी 1980 से 38% के रेट से कंपाउंड हुई है जो बहुत ज्यादा है। लेकिन इंटरेस्टिंग बात यह है कि साल 2000 से लेकर 2023 तक यानी पिछले 20-22 सालों में यह कंपनी इतने खास रेट से ग्रो हुई नहीं तो भी इसका रिटर्न काफी अच्छा है। 

अब दोस्तों यह आर्टिकल कोई स्टॉक टिप्स देने के लिए नहीं है, ये आर्टिकल सिर्फ एजुकेशनल पर्पस के लिए है। 

लेकिन फिर भी इंडियन स्टॉक मार्केट में ऐसे बहुत सारे स्टॉक थे जो पिछले 10- 20 सालों में कंसिस्टेंट 20, 25, 30 परसेंट के रेट से ग्रो होते आ रहे हैं। दोस्तों जब भी हम डायरेक्ट स्टॉक इन्वेस्टिंग की बात करते हैं तो लोग हमेशा रेडी हो कर बहुत ही कम टाइम में ज्यादा प्रॉफिट कमाने के चक्कर में लॉस लेकर यहां से गिव अप करते देते थे। 

और ऐसी एक जगह जहां से आप काफी अच्छी वेल्थ बिल्ड कर सकते हो जैसे आर्टिकल के स्टार्ट में मैंने आपको मेरे फ्रेंड के डेडी की स्टोरी बताई कि उन्होंने डायरेक्टली स्टॉक में इन्वेस्ट किया बिना नॉलेज के और फिर वो तो क्या उनके बच्चे भी स्टॉक्स और म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट नहीं करते। तो इसलिए अब मैं आपको कुछ ऐसे मिस्टेक्स बताने वाला हूं जो हर इनवेस्टर अपने पहले बुल मार्केट में करता है और लॉस में जाता है। 


Avoid Eiffel Towers

जैसे आपमें से बहुत सारे लोगों ने लॉकडाउन के बाद इन्वेस्टिंग शुरू की होगी। तो शायद आप भी पहली बार इस बुल मार्केट को देख रहे हो। तो अगर आप इन मिस्टेक्स को अवॉइड करोगे जो मैं अभी आपको बताने वाला हूं तो आप स्टॉक मार्केट के गेम को ज्यादा टाइम तक खेलोगे। 

तो जब मैंने अपने उस फ्रेंड के डैडी के लॉस पर थोड़ा रिसर्च की कि उनको कैश में इतना लॉस कैसे हुआ तो मुझे पता चला कि उन्होंने ऐसे स्टॉक्स में इन्वेस्ट किया था जो टेम्परेरी बहुत ही तेजी से ऊपर जा रहे थे। तो उनको मैं आइफिल टावर स्टॉक्स कहता हूं क्योंकि उनका स्टॉक प्राइस का चार्ट बिल्कुल आइफिल टावर की तरह दीखता है। 

अब मैं यहां पर किसी भी कंपनी की तारीफ या बुराई नहीं कर रहा हूं और ये buy or sell रिकमेंडेशन नहीं है। ये पेनी स्टॉक्स भी हो सकते हैं जो बिल्कुल यूजलेस है या फिर ये हाई क्वालिटी स्टॉक्स भी हो सकते हैं जो फिलहाल बहुत ही ज्यादा चर्चा में हो। 

तो सच है कि जितना स्पीड में और जिस तरह वह स्टॉक्स ऊपर जाते तो उतनी स्पीड में वो नीचे भी आते और जो इन्वेस्टर्स देर में एंटर करते हैं तो उन्हीं को वो सारा लॉस मिलता है जो 80-90% तक का हो सकता है। मतलब आपका ऑलमोस्ट सारा पैसा डूब जाता है और फिर वैसे लोग पूरी लाइफ स्टॉक मार्केट को ब्लेम करते रहते हैं कि ये बहुत रिस्की है। जबकि एक्चुअली में वो रिस्क का एबीसीडी भी समझते नहीं है। 

अब तो लोग ज्यादातर ऐसे स्टॉक्स में इन्वेस्ट इसीलिए करते हैं क्योंकि जब आप इन्वेस्ट कर रहे होते हो तो उस टाइम पर आपको आइफिल टावर नहीं दिखता है। उस टाइम पर आपको कुछ ऐसा ग्राफ दिखता है, जैसे upward slop। 

screenshot of penny stock graph


जैसे इस कंपनी का स्टॉक प्राइस पिछले छह महीनों में 300 परसेंट के ऊपर गया है तो ये बहुत ज्यादा माउथ वाटरिंग होता है और इन्वेस्टर्स को ऐसे स्टॉक्स को देखकर बहुत मजा आता है। और जब लोग एक दो वीडियो देखते हैं उस स्टॉक के ऊपर कि वो कंपनी कितने अच्छे काम कर रही है तो लोग फिर उस स्टॉक के अलावा किसी चीज के बारे में सोचते ही नहीं है। 

तो अंकल ने सिर्फ एक मिस्टेक नहीं की थी कि उन्होंने गलत टाइम पर इन्वेस्ट किया था, उन्होंने गलत टाइप के स्टॉक्स में भी इन्वेस्ट किया था। क्योंकि अगर उन्होंने कोई अच्छे क्वालिटी के स्टॉक्स में इन्वेस्ट किया होता तो उनको इतना ज्यादा लॉस नहीं मिलता। 

क्योंकि अगर आप हाई क्वालिटी के स्टॉक्स में इन्वेस्ट करते हो तो वैसे स्टॉक लॉन्ग टर्म में रिकवर कर लेते हैं। लेकिन फिर भी बुल मार्केट में आपको वैल्यूएशन का काफी ध्यान रखना चाहिए। लेकिन अगर आप खराब स्टॉक्स में इन्वेस्ट करते हो और उसको हाई वैल्यूएशन पर लेते हो तो बहुत ही स्पीड में वो क्रैश होंगे और उसके बाद वो रिकवर भी नहीं होते। अगर आप उन्हें जिंदगी भर भी होल्ड करते हो तो भी वैसे स्टॉक्स का प्राइस कभी भी ऊपर नहीं आएगा। 


Final Lesson

तो दोस्तों इस चीज का आप लोगों को बहुत ध्यान रखना है कि सबसे ज्यादा गलतियां लोग बुल मार्केट में करते तो हैं लेकिन वो उस टाइम पर उनको दिखती नहीं है। वो एक बार एक गलती करते हैं और अपने पोर्टफोलियो में कोई खराब स्टॉक ऐड करते हैं, फिर वापस वही गलती करते रहते हैं और वैसे खराब खराब स्टॉक्स अपने पोर्टफोलियो में ऐड करते रहते हैं। 

लेकिन उस वक्त उनको मालूम पड़ता ही नहीं है क्योंकि बुल मार्केट में सभी स्टॉक्स ऊपर जाते रहते हैं। जैसे पिछले तीन सालों में आधे से ज्यादा स्टॉक्स फिफ्टी परसेंट से ज्यादा ग्रो हुए हैं हो सकता है कि आपके पोर्टफोलियो में भी काफी सारे खराब स्टॉक्स हो जो अभी सिर्फ बुल मार्केट की वजह से ग्रो कर रहे हो। 

तो इसलिए इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए हमे एक सिंपल सा अप्रोच फॉलो करना है कि हमें कम से कम स्टॉक में इन्वेस्ट करना है। ये समझ लो कि आप एक बुल मार्केट में यानी कि तीन चार साल के पीरियड में सिर्फ तीन न्यू स्टॉक्स ऐड करोगे, जिनमें आने वाले 10 20 सालों तक सबसे ज्यादा ग्रोथ का स्कोप है और जो अच्छे वैल्यूएशन पर मिल रहे हैं। यानी वो अगले बुल मार्केट तक आपको अच्छा प्रॉफिट देते रहेंगे। 

क्योंकि दोस्तों हमें अपनी लाइफ चेंज करने के लिए सिर्फ एक ही स्टॉक काफी होता है। जैसे वो इनवेस्टर के लिए विप्रो का था या राकेश झुनझुनवाला जी के लिए सिर्फ एक कंपनी थी टाइटन। तो इसीलिए इस बुल मार्केट में आप प्रॉफिट कमाने के बारे में थोडा कम सोचो और ये फोकस करो कि कैसे आप अगले मार्केट क्रैश में  सर्वाइव करोगे और कैसे आप ऐसे स्टॉक्स ढूंढें जो आने वाले बुल मार्केट में भी ग्रो होते रहेंगे। 

क्योंकि हमें ये गेम लाइफटाइम तक खेलना है और यहां से हमें बहुत बडी वेल्थ क्रिएट करनी है करोडों की। तो अगर आप ज्यादा टाइम तक इस गेम को खेलोगे तो वेल्थ अपने आप क्रिएट होगी। जैसे अगर आप क्रिकेट के गेम में नॉट आउट रहते हो तो रन तो अपने आप बनते है लेकिन अगर आप आउट हो गए तो आप कोई रन स्कोर नहीं कर पाओगे। तो इसलिए हमेशा अपने आप को रिमाइंड कराओ कि आप एमएस धोनी हो , ग्लेन मैक्सवेल नहीं आपको ये गेम लाइफ टाइम तक खेलना है, सिर्फ ये वाले बुल मार्केट में नहीं। 

तो दोस्तों आज के आर्टिकल में इतना ही उम्मीद करता हूं आपको इस आर्टिकल से कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिला होगा। आप कौन से लेवल के इन्वेस्टर हो मुझे नीचे कमेंट करके जरूर बताइयेगा ,धन्यवाद। 

Vinod Pandey

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