कम उम्र में अमीर बनने का सबसे तेज़ और असरदार तरीका सीख लो- Financial Education in Hindi

Financial Education in Hindi : दोस्तों, एक बार एक यंग लड़का आइसक्रीम शॉप के पास आइसक्रीम खा रहा था तब उसकी नज़र एक बहुत ही बढिया कार पर पडती है जो एक लैम्बॉर्गिनी होती है। फिर उस कार को देखकर उस बच्चे को लगा कि ये किसी 50 साल के आदमी की होगी जो शायद टकला होगा, उसका पेट बाहर होगा और उसकी बीवी बहुत मोटी होगी। लेकिन जब वो ये देखता है कि उस कार से एक 25-26 साल का जवान आदमी निकलता है तब वो बच्चा हैरान रह जाता है। 

लेकिन फिर वो ये सोचता है कि हो सकता है उसके पेरेंट्स अमीर होंगे या शायद वो गलत भी हो सकता है। तो इसे जानने के लिए वो बच्चा उस अमीर दिखने वाले लड़के के पास जाता है और उसे पूछता है कि क्या ये कार आपकी है और आप ऐसा करते क्या जिससे आप ये कार अफोर्ड कर सकते हो? तो वह जवान लड़का उसे कहता है कि मैं एक इन्वेंटर हूँ और ये कार मैंने खुद कमाई है। फिर वो लड़का वहाँ से निकल जाता है। 

Financial Education in Hindi


लेकिन इस एक मोमेंट ने उस बच्चे की लाइफ बदल दी क्योंकि उसे एहसास हुआ कि यंग एज में भी हम अमीर बन सकते हैं और अपनी फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव कर सकते हैं। इसीलिए उसने अपनी यंग एज से ही रिसर्च करना शुरू किया कि हम जल्दी फाइनेंशियल फ्रीडम कैसे अचीव कर सकते हैं। और जब उस बच्चे ने रिसर्च की तो उसे बहुत सारी नई चीजों के बारे में सीखने को मिला। दोस्तों, वो छोटा बच्चा है MJ Demarco जो आज एक बहुत ही अमीर और सक्सेसफुल आदमी है और उन्होंने एक बुक लिखी है The Millionaire Fastlane. 


कम उम्र में अमीर बनने का सबसे तेज़ और असरदार तरीका सीख लो- Financial Education in Hindi 


जिसमें से उनकी सबसे बडी रिसर्च ये है कि मान लो आपको पॉइंट A से पॉइंट B की तरफ जाना है। यानी पॉइंट A आपकी फिलहाल करंट फाइनैंशल सिचुएशन है। हो सकता है आपके पास थोड़ी बहुत सेविंग्स हो या आप शायद फाइनेंशियली स्ट्रगल कर रहे हो या आप शायद फिलहाल बुरी तरह कर्जे में डूबे हो। उसे हम पॉइंट A कहते हैं।  

और पॉइंट B आपका ड्रीम डेस्टिनेशन है यानी फाइनेंशियल फ्रीडम, जहां आप जो चाहे वो चीजें खरीद सकते हो बिना पैसों की चिंता किए। तो आप इस B पॉइंट पर कैसे जाना पसंद करोगे? क्योंकि रास्ता कठिन है और काफी लंबा और इसमें काफी सारे उतार चढ़ाव भी होंगे। तो क्या आप पैदल चलकर जाओगे या फिर एक साइकिल को लेकर जाना चाहोगे या फिर एक स्पोर्ट्स कार लेकर जाना पसंद करोगे? 

दोस्तों आपमें से सभी लोगों ने स्पोर्ट्स कार चुनी होगी। पर सच्चाई है कि रियल लाइफ में मेजॉरिटी लोग पैदल चलकर जाना पसंद करते हैं । लेकिन दोस्तों हम सबके पास सिर्फ एक ही जिंदगी होती है। हमें जवानी भी सिर्फ एक ही बार मिलती है। तो हम सब यही चाहेंगे कि हम अपनी वेल्थ को यंग एज में एंजॉय कर सके। जैसे अपनी पेरेंट्स के साथ कोई फॉरेन ट्रिप पर जाना या फिर एक अच्छी कार खरीदना या अच्छे लोकेशन पर घर खरीदना जहां अपनी फैमिली के साथ खुशी से रह सके और अपने फ्रेंड्स के साथ अपनी लाइफ एंजॉय कर सके। 

लेकिन जब आप अपनी फाइनेंशियल फ्रीडम की जर्नी में पैदल चलते हो या साइकिल का इस्तेमाल करते हो, तो हो सकता है कि आप शायद 60-70 साल की एज में अपनी डेस्टिनेशन पहुंच जाओ, लेकिन वैसे में आपके पास उतनी एनर्जी होगी नहीं कि आप अपना ड्रीम डेस्टिनेशन एंजॉय कर पाओ। उस उम्र में आपके पास न्यूजपेपर पढने के अलावा या फिर पूरा टाइम बेड पर लेटकर टीवी देखने के अलावा और कोई काम करने की एनर्जी होगी नहीं और एक लैंबोर्गिनी कार के बदले आपको एक चेयर पर बैठने की जरूरत पड़ सकती है। 



तो क्या आप अपनी वेल्थ बुढापे में व्हीलचेयर पर एंजॉय करना चाहोगे या यंग एज में एक अच्छा घर और एक अच्छी कार में? तो इसीलिए MJ Demarco ने इस रिसर्च के थ्रू ये समझा कि दुनिया में तीन तरह के लोग थे। अगर आप भी इन रास्तों को समझकर सही डायरेक्शन यानी फाइनेंशियल फ्रीडम को पाना चाहते हो तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढियेगा क्योंकि इससे आपको एक अच्छा खासा डायरेक्शन मिल जाएगा कि आपको कौन सा रास्ता चुनना चाहिए और कैसे। 

सबसे पहले हम इन तीन रास्तों को डिटेल में समझते हैं। तो दोस्तों सबसे पहले रास्ते का नाम है साइड वॉक। ये वही रास्ता है जहां पॉइंट A से पॉइंट B  जाने के लिए आप पैदल चलकर जाते हो और इस पर चलने वालों को हम साइड वॉकर्स कहेंगे। ये वो लोग हैं जिनका अपने पैसों पर कंट्रोल होता ही नहीं है और इसीलिए फाइनेंशियली फ्री होने की गाडी इनके सामने होने के बाद भी ये उसे छोड़कर साइड के रास्ते से चले जाते हैं। 

इनका शुरुआत से ही कोई फाइनेंशियल गोल नहीं होता है। ये सिर्फ सैलरी टू सैलरी में जीते हैं।  इनकी मेंटेलिटी होती है कि जो करना है आज ही कर लो क्या पता कल हो ना हो और इसीलिए इनकी सैलरी भी महीना खत्म होने से पहले ही खत्म हो जाती है। और गलती से अगर इनकी अगले महीने की सैलरी लेट हो जाए तो फिर इनकी फाइनेंशियल कंडीशन बहुत खराब हो जाती है। 

दोस्तों ये साइड वॉकर्स भी दो तरह के होते हैं। एक यही जो हमने अभी डिस्कस किया, जिनके पास जॉब होती है पर कोई फाइनेंशियल गोल नहीं। ये लोग सिर्फ एक सरप्राइज बिल से दूर होते किसी सीरियस कर्जे की सिचुएशन में आने के लिए, जैसे कोई इमरजेंसी बिल या हॉस्पिटल बिल। क्योंकि इनका सभी प्रॉब्लम को सॉल्व करने का एक ही सलूशन होता है लोन लेना। क्रेडिट कार्ड से, बैंक से, अपनी कम्युनिटी वालों से या अपने दोस्तों से। 

ये बस हर दूसरे महीने किसी ना किसी से उधार मांग रहे होते कि उन्हें बहुत अर्जेंट कैश की जरूरत है, या उनके पास अभी एक बहुत ही इमरजेंसी सिचुएशन आ गई है, ऐसी प्रॉब्लम उनकी लाइफ में पहले कभी नहीं आई थी, इसलिए उनको अभी लोन चाहिए तो इन्हें हम साइड वॉकर कहते हैं। 

और वहीं दूसरी तरफ आते हैं साइड रिच यानी ऐसे लोग जो हर महीने एक अच्छी सैलरी कमाकर भी फाइनेंशियली वीक रहते हैं। क्योंकि ये लोग सिर्फ शो ऑफ करने के लिए जीते हैं । इनके हाथ में पैसा आते ही ये उसे शॉपिंग, पार्टीज, नई नई चीजें खरीदने में उसे खर्चा कर देते और मंथ एंड तक इनकी भी हालत इतनी खराब रहती है जितनी साइड वॉकर की। 



ये लोग सिर्फ दिखने में अमीर लग सकते हैं लेकिन इनकी फाइनेंशियल नॉलेज जीरो होती है। इसलिए जब लाइफ में उतार चढ़ाव आते हैं जैसे हॉस्पिटल बिल या जॉब लूज करना तो ऐसे टाइम पर इन लोगों ने जितना रास्ता चलकर कंप्लीट किया था, ये उससे और पीछे हो जाते हैं। 

फिर इसके बाद आता है दूसरा लेन जिसको हम स्लो लेन कहते हैं। यानी बाइक या साइकिल वाले लोग जो सालों तक घिसते घिसते काम करके अपनी जिंदगी गुजारते हैं और फाइनेंशियली फ्री भी हो जाते हैं पर 60-70 साल की एज में। 

दोस्तों ये स्लो लेन वाले साइड वॉकर से बेहतर होते क्योंकि इनका एक फाइनेंशियल गोल होता है। वहीं दूसरी तरफ साइड वॉकर्स अगर फाइनेंशियली फ्री होना चाहे तो वह सिर्फ लकी लॉटरी की वजह से होगा। पर स्लो लेन वाले किसी लकी लॉटरी के भरोसे नहीं रहते, लेकिन अपने फाइनेंशियल फ्रीडम के लिए कोई खास स्टेप्स भी नहीं लेते हैं । 

इसमें मेजॉरिटी लोग होते हैं , क्योंकि उनके पैरेंट्स ही उन्हें रास्ता चुनने के लिए कहते हैं कि बेटा 10वीं पास कर लो, फिर बस दो साल और पढ़कर 12वीं कंप्लीट कर लो और फिर एक अच्छे कॉलेज से डिग्री ले लो और फिर आराम ही आराम, क्योंकि फिर आपको एक अच्छी, सेफ और सिक्योरिटी वाली जॉब मिल जाएगी। 

फिर उसके बाद आप शादी कर सकते हो। आपके बच्चे होंगे, उनकी एजुकेशन के लिए आप तैयारी करोगे और फिर जब वो बडे होगे तो आप आराम से रिटायर हो सकते हो। और इसीलिए ये लोग सिर्फ सेविंग में विश्वास रखते हैं और रिटायरमेंट के लिए पैसे जोड़ते रहते हैं ।

लेकिन दोस्तों ऑथर के हिसाब से अमीर बनने के लिए ये रास्ता भी सही नहीं है। क्योंकि अगर आप 60-70 साल की एज में अच्छी वेल्थ क्रिएट कर भी लो तो वह आपके कुछ काम आएगा ही नहीं। और दोस्तों अगर देखा जाए तो लोग इस स्लो लेन में ही रहते हैं अपने पैरेंट्स की वजह से। क्योंकि मिडिल क्लास फैमिली में पैदा होने का सबसे बड़ा और इकलौता डिसएडवांटेज ये है कि वो अपने बच्चों को बचपन से ट्रेंड करते हैं  एक बहुत ही एवरेज और मामूली सी जिंदगी जीने के लिए। 



बेटा बिजनेस और इन्वेस्टिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए होती है। आप एक सेफ जॉब ढूंढो और एफडी कर लो। तो इसलिए अगर आपको इस लेन से निकलना है तो मैं आपको तीन एडवाइस देता हूं जिसे आप काफी ध्यान से पढियेगा । सबसे पहले सेफ्टी, ट्रैक, जॉब सिक्योरिटी नाम की कोई चीज आजकल होती नहीं है और ये आपके कंट्रोल में भी नहीं है। फाइनेंशियल सिक्योरिटी रियल होती है जो बिल्कुल आपके कंट्रोल में होती है। 

क्योंकि कोरोना में हमने खुद देख लिया है कि चाहे आपकी क्वालिफिकेशन कितनी भी अच्छी हो या आप कितने भी लॉयल एम्प्लॉई हो, आपको कभी भी जॉब से निकाला जा सकता है और आपकी सैलरी कभी भी कम हो सकती है। फिर दूसरी एडवाइस है कि अगर आपको ज्यादा पैसा कमाना है तो आप ज्यादा टाइम देकर नहीं बल्कि अपने टाइम की वैल्यू बढा कर ज्यादा पैसा कमाना सीखो, जिसके लिए आपको खुद की वैल्यू ग्रो करनी होगी।

और तीसरी एडवाइस है कि आप अपने आप को छोटा मत समझो और कभी निराश होने की जरूरत नहीं है कि मैं तो एक छोटे से गांव में रहता हूं या मेरे पास कोई खास डिग्री नहीं है, या मेरी इतनी जनरेशन में कोई भी अमीर नहीं हुआ है, तो मैं कैसे हो सकता हूं? अगर आप अपने आप में बिलीव नहीं करोगे तो कोई और भी नहीं करेगा। अगर आपके पेरेंट्स रिच नहीं थे तो वह उनकी लाइफ थी और वो एक अलग टाइम था। 

लेकिन अभी आप एक बिल्कुल अलग दौर में जी रहे हैं  जहां आप इंटरनेट के जरिए बहुत सारे सक्सेसफुल लोगों से बात कर सकते हो और अपने माइंडसेट को इम्प्रूव करके जल्दी फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव कर सकते हो। 


तो दोस्तों अगर आप रेडी हो तो अब हम फास्टलेन कैटेगरी को डिस्कस करते हैं। तो दोस्तों सही वही रास्ता है जहां आप एक स्पोर्ट्स कार लेकर प्वॉइंट A  से प्वाइंट B पर जाते हो। इस कैटेगरी में जेफ बेजोस, इलोन मस्क, बिल गेट्स, स्टीव जॉब्स, वॉरेन बफे इन लोगों का नाम आते हैं । लेकिन इसमें उन लाखों लोगों का नाम नहीं आता है जो अपनी लाइफ में फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव करके काफी कंफर्टेबल लाइफ जी रहे हैं। 

क्योंकि उन सबने अपनी लाइफ में फास्टलेन के थ्रू फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव कर लिया और उनमें से कुछ गिने चुने लोग बहुत ज्यादा रिच हो गए वॉरेन बफे और बिल गेट्स जैसे जो हमेशा न्यूज में आते रहते हैं। तो इन फ़ास्ट लेन पर चलने वालों को पता होता है कि पैसों से ज्यादा इंपॉर्टेंट होता है हमारा टाइम। अगर ये हाथ से निकल गया तो वापस आएगा नहीं। इसलिए अगर आपकी जवानी एक बार हाथ से निकल गई तो वह आपको अपनी लाइफ में कभी भी वापस नहीं मिलेगी। 

इसलिए ये लोग पैसा बचाने के साथ पैसा कमाने पर ज्यादा फोकस करते हैं। क्योंकि सेविंग्स आप उतनी कर सकते हो जितना कमाते हो। उससे ज्यादा तो आप कर नहीं सकते। इसलिए ये fast lane  पर चलने वाले लोग अपने लिए एक सिस्टम बिल्ड करते जहां उन्हें पैसिव इनकम मिलता रहता है। मतलब वो सोते, सोते, पैसा कमाते हैं । फिर जब वो सिस्टम सेट हो जाता है तो अपने एक्टिव इनकम से और पैसा कमाते हैं  और उसे अपनी पैसिव इनकम की मशीन में डालते हैं जिससे वो और ज्यादा अमीर बनते रहते हैं। 

मान लो कल को आप अपनी ऑफिस में जाकर अपने बॉस से कहते हो कि आपको अभी सैलरी डबल करके चाहिए और आपको छुट्टियां भी ज्यादा चाहिए तो ऐसा तो होगा नहीं पर  हो सकता है कि आपको जॉब से निकाला जा सकता है। 

लेकिन यही चीज इस फ़ास्ट लेन पर चलने वाले लोग काफी आसानी से कर सकते हैं क्योंकि उनका सिस्टम जो होता है वो कंपाउंडिंग के पावर से उनकी वेल्थ को और उनकी इनकम को हर कुछ सालों में डबल ट्रिपल करते रहता है। जिसकी वजह से वो बीच बीच में अपनी मर्जी से ब्रेक ले सकते हैं , घूमने भी जा सकते और अपनी लाइफ को एंजॉय भी कर सकते हैं। 



अब दोस्तों ये करना आसान नहीं है इसकी आपको स्कूल में ट्रेनिंग नहीं मिलेगी और ना ही आपको कोई बैठाकर इस चीज को सिखाएगा। इसके लिए आपको सेल्फ लर्निंग करनी होगी। इसलिए 99% टीनएजर्स अपनी 20s  में साइड लेन में होते हैं और जब वो अपने 30s या 40s  में पहुंचते और अपनी लाइफ में एक दो फाइनेंशियल क्राइसिस देख लेते हैं , जहां उनके पास सफिशिएंट फंड नहीं होते तो चुपचाप सेकंड वाली लेन यानी स्लो लेन में आते हैं अपने पेरेंट्स की बात सुनकर और फिर वो अपनी पूरी लाइफ इसी लेन में रहते क्योंकि उनको लगता है कि यही सही रास्ता है। 

तो बहुत ही रेयर लोग होते जो अपनी इस फास्ट लेन में एंटर करते हैं और अपनी जर्नी कंप्लीट करते हैं। तो इसलिए अगर आपको इस फास्ट लेन में आना है तो उसके लिए हमारे पास दो तरीके हैं। एक वो है जहां आप खुद वो स्पोर्ट्स कार को ड्राइव करते हो और दूसरा जहां आप किसी और की स्पोर्ट्स कार में उसके पीछे बैठते हो। 

मतलब पहला वाला बिजनेस और दूसरा वाला इन्वेस्टिंग। इन दो तरीकों के अलावा हमारे पास तीसरा कोई तरीका नहीं है तो पहला है बिजनेस। लेकिन दूर से यह जितना स्टाइलिश लगता है, इसमें मेहनत भी उतनी लगती है। अगर आपको बिज़नेस स्टार्ट करना है या आपको किसी भी चीज में सक्सेस पानी है तो उसके लिए आपको अपने प्रॉसेस पर ज्यादा फोकस करना होगा न कि उसके आउटकम पर। 

यानी अगर मैं सिंपल लैंग्वेज में कहूं तो आपको सफर को एंजॉय करना होगा और उस पर फोकस करना होगा, न कि मंजिल पर, क्योंकि ओवरनाइट सक्सेस नाम की कोई चीज नहीं होती है। जब भी आपको कोई इंसान मिलता है, जिसे देखकर आपको ऐसा लगता है कि शायद यह  ओवरनाइट सक्सेस हुआ है, तो स्ट्रॉन्ग चांसेस है कि उस आदमी ने सक्सेस तक पहुंचने के लिए शायद 10- 15 साल स्ट्रगल किया  हो, जो आपको दिखे नहीं, क्योंकि उस टाइम पर आदमी सक्सेसफुल नहीं था। 

तो प्रोसेस पर फोकस करने के लिए और अपनी फाइनेंशियल फ्रीडम की जर्नी को एंजॉय बनाने के लिए मैं आपको एक इंपॉर्टेंट टिप देता हूं, जिसे आप हमेशा याद रखना। इस टिप का नाम है प्रोड्यूस मोर कंज्यूम लैस । जैसे एग्जाम्पल के लिए अगर आप साल भर में 10 किलो अनाज कंज्यूम करते हो तो आप साल भर में उससे ज्यादा प्रोड्यूस करने की कोशिश करो और जो एक्स्ट्रा बचेगा उसे आप सेव करके इनवेस्ट करो। 

अब ये मैंने एक बहुत ही ओल्ड स्कूल एग्जाम्पल दिया है। अगर इसी एग्जाम्पल को मैं थोडा मॉर्डन कर दूं तो। अगर आप दिन भर में चार घंटा यूट्यूब और नेटफ्लिक्स पर कंटेंट कंज्यूम करते हो और फिर उसके अलावा आप कुछ भी नहीं करते हो तो आप ऐसे अपनी लाइफ में ग्रो होकर अमीर नहीं बन सकते। आपको अपने कंटेंट कंज्यूम करने के टाइम को कम करना होगा। 

जैसे दिन भर में आपको  सिर्फ 15 मिनट का कंटेंट कंज्यूम करना होगा और फिर बाकी टाइम आपको कुछ नया स्किल सीखने में लगाना होगा ,और एक दो घंटे का टाइम कंटेंट प्रोड्यूस करने में यानी दूसरों को सिखाने में लगाना होगा। और फिर धीरे धीरे करके आपकी लाइफ में ग्रोथ होगी। क्योंकि जब भी हम किसी बिजनेसमैन, क्रिकेटर, यूट्यूबर की ओवरनाइट सक्सेस को देखें तो उनका राज यही होता है। 

जैसे एग्जाम्पल के लिए अगर हम किसी यूट्यूबर की बात करें तो उसे जरूर यंग एज से ही बहुत सारी बुक्स पढनी पड़ी होगी और लोगों को बहुत कुछ सीखना पड़ा होगा। और जितना टाइम वो कंटेंट कंज्यूम करता होगा उससे ज्यादा टाइम वो कंटेंट क्रिएट करने में लगाता होगा। इसलिए उसके व्यूवर्स और सब्सक्राइबर्स बढते गए और जब उसके सब्सक्राइबर्स बढ़ गए जैसे 1 लाख के ऊपर हो गए तब आपने उसे सब्सक्राइब किया और आपको लगा कि वो ओवरनाइट सक्सेस है। 

तो वही आदमी अगर दिन रात नेटफ्लिक्स पर वीडियोज देखता रहता तो शायद वो भी साइड लेन में होता। इसीलिए लोगों की लाइफ में वैल्यू ऐड करने के लिए आपको हमेशा अपनी नॉलेज को इंक्रीज करते रहना होगा। जिसके लिए आप टाइम टू टाइम  बुक्स पढ़ सकते हो। और अगर आपके पास इतना टाइम नहीं है रीड करने के लिए तो आप ऑडियो बुक्स भी सुन सकते हो। 

फिर दोस्तों इसके बाद दूसरा रास्ता है इन्वेस्टिंग। बहुत लोगों को लगता है कि वारेन बफे दुनिया के सबसे अमीर इन्वेस्टर्स में से एक है। वो अभी इतने अमीर हो गए लेकिन वो तो 80 90 साल के हैं तो अपनी इतनी सारी वेल्थ को एन्जॉय कैसे करते होंगे। लेकिन क्या आप जानते हो वॉरेन बफेट 30 साल की उम्र में मिलेनियर बन गए थे। और ये 1960 की बात है जब मिलेनियर बनना खुद एक बहुत बडी बात होती थी। 

तो वॉरेन बफे इतनी कम एज में इतने अमीर बने कैसे? तो दोस्तों इसका आंसर है कि अगर आप सही तरीके से इन्वेस्ट करते हो, अच्छी कंपनी के स्टॉक में इन्वेस्ट करते हो तो आप 10 साल के अंदर ही अमीर बन सकते हो और फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव कर सकते हो। तो अगर आप अभी यंग हो मतलब अपनी 20s  में हो तो आपके पास एक गोल्डन अपॉर्चुनिटी है जल्दी फाइनेंशियल फ्री होने की। लेकिन उसके लिए आपको जल्दी कहीं न कहीं से शुरुआत करनी होगी। 



अब बहुत लोग मुझे कमेंट करके कहते हैं कि हमें यंग एज में इन्वेस्ट करना तो है लेकिन हमारे पेरेंट्स हमें अलाउ करते नहीं है। तो मैं आप लोगों को सिर्फ इतना ही कहूंगा कि जब आप इंस्टा पर एक अकाउंट बना लेते हो बिना अपने पेरेंट्स से पूछे और बहुत लोग तो गर्लफ्रेंड भी बना लेते हैं जिसके लिए अपने पेरेंट्स से परमिशन या उनकी एडवाइस नहीं मांगते। 

तो इसी तरह आप अपने फ्यूचर के लिए और अपने फाइनेंशियल फ्रीडम की जर्नी के लिए फ्री में एक डीमैट अकाउंट ओपन भी कर सकते हो। जिसको आप अपने मोबाइल से घर बैठे बैठे ऑपरेट कर सकते हो।अगर आप 1000 -500 रूपये से इन्वेस्टिंग करोगे और फिर सही तरीके से उसे सीखकर अच्छे रिटर्न कमाओगे तो आपके पैरेंट्स भी बाद में आपको सपोर्ट करेंगे। क्योंकि अल्टीमेटली लाइफ आपकी है तो इसमें एक्शन भी आपको लेना होगा। तो चॉइस आपकी है क्या आपको साइड में वॉक करके जिंदगी गुजारनी है या फिर एक एयर कंडीशन कार में कंफर्टेबल लाइफ जीनी है। 


तो दोस्तों आज के आर्टिकल में बस इतना ही। उम्मीद करता हूं कि आपको इस आर्टिकल से कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिला होगा। 

Vinod Pandey

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