इन 7 स्टेजेस को फॉलो करके कुछ ही सालों में आप पा सकते हो Financial freedom and Financial Education in Hindi

Financial Education in Hindi: दोस्तों, financial freedom का मतलब हर किसी के लिए अलग अलग होता है और इस बात में भी कोई शक नहीं है कि हर कोई अपनी लाइफ में फाइनेंशियली फ्री होना चाहता है। पर PEW रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में सिर्फ 24% लोग ही ऐसे हैं जो यह अचीव कर पाते हैं और अपनी लाइफ वैसे जी पाते हैं जैसा वो चाहते हैं। जबकि बाकी के 76% परसेंट लोग financial freedom अचीव करने के लिए स्ट्रगल करते रह जाते हैं। 

क्योंकि उन लोगों के पास ये अचीव करने का कोई प्रॉपर प्लान नहीं होता एवं उनको तो यह तक पता नहीं होता कि वो अपनी फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस की जर्नी में अभी कहां पर स्टैंड करते हैं। और इसी वजह से अपने रोजमर्रा के खर्चों  के सामने फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव करना उनको इम्पॉसिबल सा लगने लगता है। अगर आपके खर्चे भी आपकी इनकम से ज्यादा जा रहे हैं तो डेफिनेटली कहीं ना कहीं आपको भी यह जरूर लगता होगा कि यार ऐसे में फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव करना तो दूर मैं सेविंग्स भी नहीं कर पाऊंगा। 

7 stages of financial freedom


पर लेखक टॉनी रॉबिंस के अकॉर्डिंग कोई भी इंसान चाहे फिर चाहे वह किसी भी फाइनेंशियल स्टेज में क्यों ना हो, अगर वो अपने इन बड़े बड़े गोल्स को छोटे पार्ट्स में डिवाइड कर दे तो मुमकिन है की वह अपने ड्रीम तक आसानी से पहुंच सकता है। उनके अकॉर्डिंग हर किसी को फाइनेंशियली फ्री होने के लिए सात स्टेजेस से गुजरना पड़ता है और तब जाकर वह अपनी लाइफ अपने अकॉर्डिंग जी पाते हैं। 

पर जैसा कि मैंने अभी कहा कि इन स्टेजेस के बारे में लोगों को कोई खास जानकारी नहीं होती इसीलिए उनका यह सपना सिर्फ एक सपना ही बनकर रह जाता है। आज के इस आर्टिकल में मैं आपको उन्हीं सात स्टेजेस के बारे में बताऊंगा। इन्हें अचीव कर के आप फिर जैसी चाहे वैसी लाइफ जी सकते हैं और इससे कहीं न कहीं आपको यह भी अंदाजा हो जाएगा कि अभी आप अपनी फाइनेंशियल जर्नी की कोनसी स्टेज पर हैं। तो चलिए शुरू करते हैं।  


अगर ऐसे शुरू करोगे तो 7 सालों में ही Financial freedom पा लोगे-Financial Education in Hindi 


Stage Number 1:  Financial Dependence

अगर आपकी लाइफ में अभी एक ऐसा टाइम चल रहा है जहां पर आप अभी कुछ भी नहीं कमाते और पूरी तरह से सिर्फ अपने पैरंट्स पर ही डिपेंडेंट हो तो मैं आपको बता दूं कि ऐसा अपनी लाइफ को जीने वाले आप दुनिया में अकेले नहीं हो, क्योंकि हर कोई अपनी लाइफ की एक स्टेज पर फाइनेंशियली दूसरों पर डिपेंड ही रहता है और इंडिया जैसी कंट्री में तो यह चीज और भी ज्यादा होती है, क्योंकि यहां पर लोग हमेशा अपने पैरंट्स और सभी के साथ रहना पसंद करते हैं। 

इस वजह से यह डिपेंडेंसी कहीं ना कहीं और भी ज्यादा हो जाती है। अब वैसे देखा जाए तो ज्यादातर डिपेंडेंसी तब तक रहती है जब तक आप अपने स्कूल या कॉलेज में होते हो क्योंकि तब तक आपके पास कोई ऐसा सोर्स या फिर कोई ऐसा काम नहीं होता जहां से आपका खर्चा निकलता रहे। 

पर सिचुएशन आपके हाथों से तब छूटने लगती है जब कॉलेज पास आउट करने के बाद भी आपके पास कोई खास प्लान नहीं होता। इस चीज का आपको कोई आइडिया नहीं होता कि अब क्या करना है, जिससे मजबूरन आपको जो दूसरे लोग सजेस्ट करते हैं, आपको उनके मुताबिक चलना पड़ता है, जिससे आपका फ्यूचर आपकी लापरवाही की वजह से एक अलग ही डायरेक्शन पकड़ लेता है। 

तो इसीलिए सबसे पहली स्टेज आपको यही सिखाती है कि अपने कॉलेज में ही अपने फ्यूचर की पहले से तैयारी करके रखो। आप पहले ही यह ध्यान में रखो कि कॉलेज से निकलने के बाद अब आपको यह करना है, जिससे आप खाली न बैठ सको। इस तरह का माइंडसेट आपको शुरू से ही दूसरों पर डिपेंड रहना छुड़वा देगा और आप अपने दम पर कुछ कर पाओगे। 


यह भी पढ़ें :पैसो को संभालने में क्यों मुर्ख है Middle-Class इंसान


Stage Number 2: Financial Solvency 

इस स्टेज पर अब आप दूसरों पर फाइनेंशियली डिपेंडेंट नहीं हो, क्योंकि अब आप इतना पैसा कमा रहे हो जिससे आप अपने खर्चे मैनेज कर सको। पर अभी आपकी कमाई इतनी ज्यादा नहीं है कि उसे आप अपने खर्चे भी चला सको और एमरजेंसी के लिए भी कुछ बचा सको। लेखक टोनी रॉबिंस के अकॉर्डिंग यह दूसरी स्टेज लोगों की एक survival stage होती है जिसमें गुजारा करने के लिए भी आपको काफी मेहनत करनी पड़ती है। 

तो इसमें आपको एक स्टेप और आगे बढ़ने के लिए थोड़ा और टाइम देने की जरूरत है। जैसे मान लीजिये की अभी आपकी एक जॉब है जो आपको महीने के 15,000 रूपये दे रही है और इसके लिए आप 09:00 बजे जाते हो और शाम को 05:00 बजे आ जाते हो। तो इसके बाद का जो 9 से 5 का टाइम होता है यही टाइम डिसाइड करता है कि आप अपने फ्यूचर को लेकर कितना सीरियस हो। 

अगर आप अपने इस टाइम को घूमने फिरने या फिर फोन चलाने में गुजार रहे हो तो हमेशा आप अपनी इसी स्टेज पर रहोगे जहां पर आज चल रहे हो। पर वहीँ अगर आप अपने इस टाइम को यूटिलाइज करके कोई नई स्किल सीखते हो जो आपको एक नए इनकम सोर्स बना कर दे तो यहां पर अब आपकी इनकम आपके खर्चों से आगे बढ़ जाएगी और आप कुछ सेव कर पाओगे। 


26 ASSETS that make you financially free | How to get rich fast

Stage number 3: Financial stability 

तो इस स्टेज पर अगर आप अपनी इनकम से सारे खर्चे करने के बाद भी कुछ पैसे सेव कर पा रहे हो तो इसका मतलब सीधा है कि आप अपनी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की स्टेज पर अपनी पकड़ बना चुके हो। क्योंकि इस स्टेज पर सेविंग्स करना एक बेसिक पर इम्पॉर्टेंट चीज मानी जाती है। 

जब आपके पास आपकी सेविंग्स होती है तो आप कुछ खास सिचुएशन और एमरजेंसी जैसे हालातों से भी अच्छे से डील कर पाते हैं। तो अब जब आप अपने कुछ पैसे खुद के लिए सेव कर पा रहे हो तो यहां पर अगर आपके ऊपर कोई लोन या फिर उधारी है तो पहले उसको निपटाना है। 

क्योंकि ये चीजें ऐसी होती हैं जो जब तक आपके सर पर रहती हैं आपको तब तक चिंता रहती है। एक बार ये सब उतर जाने के बाद आप देखना आप ज्यादा कम्फर्ट और सुकून भरी लाइफ जिएंगे। 


Stage Number 4: Financial Security 

अच्छा आपके अकॉर्डिंग फाइनेंशल सिक्योरिटी का क्या मतलब है? अगर आपका जवाब यह है कि हर महीने एक पर्टिकुलर अमाउंट रिसीव करना तो शायद आप उन लोगों के जैसे ही हो जो हर महीने अपनी सैलरी का ही वेट करते हैं। क्योंकि फाइनेंशियल सिक्योरिटी का मतलब एक पर्टिकुलर सोर्स ऑफ इनकम से पैसे मिलना नहीं, बल्कि मल्टीपल एसेट्स का होना है। 

ऐसे एसेट्स जिससे आपके एक्सपेंसेज जैसे , एमरजेंसी और रिटायरमेंट की जरूरत आराम से मैनेज हो जाएं। वो लोग जो फाइनेंशियली सिक्योर होते हैं उनके सर पर किसी भी तरह का कोई कर्जा नहीं होता। जब लोग इस स्टेज पर आते हैं तो उनके पास इतना पैसा होता है कि वह अपने पैसों को फ्यूचर नीड्स पर इन्वेस्ट करने के साथ साथ अपने डेली खर्चों को भी आराम से संभाल पाएं। 

इसलिए फाइनली जब आप इस स्टेज पर आ जाएं तो अब आपको अपने पैसों को इन्वेस्ट करके अपना फाइनेंशियल गोल क्रिएट कर देना शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि यह स्टेज ऐसी है जहां कहीं न कहीं आपको अपने हाथों में पैसे देखकर थोड़ा लालच आना शुरू हो जाता है। जिसे आप यह सोचकर फिर अपने लिए महंगी महंगी चीजें खरीदना शुरू कर देते हो कि लोग आपको नोटिस करें व देखें कि इस इंसान के पास कितना पैसा है या यह कितना ज्यादा अमीर है। 

अगर आप इस लालच में फंस गए तो आपको वापस से पहले स्टेज पर आने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा। इसलिए जो भी आपके पास एक्स्ट्रा अमाउंट है उसे अच्छी रिसर्च के साथ उसको किसी एसेट में इनवेस्ट करना शुरू कर दो। क्योंकि अभी से अगर आप अपने पैसों को काम पर लगाना शुरू कर दोगे तो फिर यही पैसा आगे चलकर फिर आपके लिए काम करेगा। 


यह भी पढ़ें :म्यूचुअल फंड में SIP या LUMPSUM किसका उपयोग करके निवेश करना चाहिए?

Stage Number 5 : Financial Reliability 

जब आपके पास इनवेस्टमेंट से पैसा आना शुरू हो जाता है, तो यहां पर आकर कई लोगों का यह बहुत मन करता है कि यार बस अब मुझे मेहनत करने की कोई जरूरत नहीं है। जितना पैसा मुझे मेरी लाइफ को चलाने के लिए जरूरी है, उतना तो पैसा मुझे यहां पर मेरी इन्वेस्टमेंट से ही मिल ही रहा है। 

यहां पर आकर इस तरह की सोच रखकर बैठ जाना आपकी एक बड़ी मिस्टेक हो सकती है क्योंकि इससे आप अपने आप को एक कंफर्ट जोन में डाल लोगे जहां ना तो आप कुछ नया सोच पाओगे और ना ही कुछ नया ट्राई कर पाओगे। इसलिए यहां पर आकर आपको खुद को और ग्रो कैसे किया जाए इसमें दिमाग लगाना चाहिए नाकि सिर्फ घर बैठकर खाने में। 


Stage Number 6 : Financial Freedom 

कई अलग अलग तरह की इन्वेस्टमेंट करने के बाद जब आप अपनी इनकम के अलग अलग सोर्स बना लेते हो तो आप फाइनली फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव कर लेते हो। अब आपके पास इतना पैसा आ रहा है कि अगर आप अपने किसी पुराने काम को छोड़कर कुछ नया ट्राई करते हो तो भी आपको इसे इम्प्लीमेंट करने में कोई दिक्कत नहीं आने वाली है। 

कुछ केसेस में हो सकता है कि जितना आप यहां से एक्सपेक्ट कर रहे थे आपको उतना ना मिल पाया हो। पर इसका मतलब यह नहीं है की आप अपनी इस जर्नी में प्रोग्रेस कम कर रहे हैं। क्योंकि अब आप उन 95% लोगों की लाइफस्टाइल से बाहर आ चुके हैं जो दिन रात मेहनत करके भी ज्यादा खुश नहीं रह पाते। तो यहां पर आने के बाद अब आपकी लाइफ का मेन गोल क्या है अब आपको उस पर फोकस करना है। 

आपको खुद को एक ब्रांड बनाकर यह सोचकर चलना है कि आप लोगों की कौन सी नीड पूरी कर सकते हैं, जहां से आपको भी प्रॉफिट मिले। जब आप इस चीज को आइडेंटिफाई कर लो तो उस नीड को एक प्रोडक्ट या सर्विस के रूप में लॉन्च करके लोगों से फीडबैक लेते रहो। और जो जो सुधार आपको ज्यादातर लोग उसमें बताते चले जाएं आप कंसीडर करते रहो। जिसके बाद जो ओवरऑल आपका प्रोडक्ट निकलेगा वह मार्केट में काफी लंबे टाइम तक टिक पाएगा। 


Stage Number 7  Financial Abundance

जिस तरह की फाइनेंशियल फ्रीडम आप चाहते हैं या दुनिया के बाकी लोग चाहते हैं, वह आपको स्टेज सिक्स पर नहीं बल्कि इस स्टेज पर मिलेगी। क्योंकि इस स्टेज में अब आपके पास इतना पैसा होगा कि आपकी पुरखे भी गुजारा कर लें। लेकिन जहां यहां आपको अनलिमिटेड फ्रीडम मिलती है, वहीं कुछ टेंशन भी मिल जाती है। क्योंकि यहां आने के बाद आपकी इनकम के साथ साथ कुछ टैक्स वगैरह के खर्चे भी बहुत बढ़ जाते हैं। 

तो इसे काफी हद तक हैंडल करने के लिए आपका जो एक पर्टिकुलर अमाउंट होगा वह आपको स्टॉक मार्केट की तरफ ले जाना है, जहां  एक प्रॉपर रिसर्च और हर कंपनी की जांच पड़ताल बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है। यह सब कर लेने के बाद जब आप कुछ ऐसी कंपनीज फाइनलाइज कर लो जो आपको लगता है कि फ्यूचर में आपको काफी अच्छे रिटर्न दे सकती हैं तो वहां पर अपना पैसा लगाकर आप अपनी इस इनकम को लाइफ टाइम ग्रो कर सकते हैं। 


यह भी पढ़ें :10 सबसे अच्छे कृषि व्यवसाय जो बना सकते हैं आपको करोड़पति

Bottomline

तो दोस्तों , यह थी कुछ सात ऐसी फाइनेंशियल स्टेजेस , जिनको मैंने रिसर्च करके शॉर्ट में आपको समझाया है। यहां पर नोटिस करने वाली बात यह है कि इस आर्टिकल में आपको यह सब प्रोसेस जितना आसान लग रहा है, यह उतना आसान नहीं होने वाला है। 

खासकर स्टार्टिंग फेज में तो आपको इसके लिए बहुत मेहनत करनी होगी। हो सकता है कभी कभी कुछ ऐसा टाइम भी आ जाए जब आप गिव अप करने की सोचो। अगर आप गिव अप कर भी दोगे तो फिर भी आपकी लाइफस्टाइल वैसी ही रहेगी जैसी  95% लोगों की है। तो इन स्टेजेस को समझो और इनके अकॉर्डिंग अपनी फाइनेंशियल जर्नी स्टार्ट कर दो।

Vinod Pandey

About the Author: Vinod is an experienced content writer with over 7 years of experience in crafting engaging and informative articles. His passion for reading and writing spans across various topics, allowing him to produce high-quality content that resonates with a diverse audience. With a keen eye for detail and a commitment to excellence, Vinod consistently delivers top-notch work that exceeds expectations.

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने