Recurring Deposit (RD) Scheme of Post Office| 1 मई 2024 से नयी ब्याज दर के हिसाब से

दोस्तों, आपने कभी न कभी यह कहावत तो सुनी होगी या फिर बचपन में स्कूल की किताबों में पढ़ा होगा कि बूँद बूँद से सागर बनता है या फिर कुछ इस तरह से सुना होगा कि बूंद बूंद से घड़ा भरता है। आज के इस लेख में हम पोस्ट ऑफिस की जिस स्कीम के बारे में बात करने जा रहे हैं वह इसी सिद्धांत पर कार्य करती है। 

जी हाँ, पोस्ट ऑफिस की की RD स्कीम के अकाउंट में आप हर महीने एक निश्चित छोटी रकम जमा करके पांच साल में एक बड़ी रकम, एक बड़ी धनराशि इकट्ठा कर सकते हैं। दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि पोस्ट ऑफिस की RD अकाउंट क्या होता है और RD की फुल फॉर्म क्या होती है अर्थात इसका क्या मतलब होता है। तो आइए हम आपको बता देते हैं। 

आपमें से काफी लोग तो जानते होंगे लेकिन जो नहीं जानते उनको बता देते हैं कि RD की फुल फॉर्म होती है रेकरिंग डिपॉजिट। इसका हिंदी में मतलब होता है आवर्ती जमा। आवर्ती का मतलब होता है कोई चीज एक ही तरीके से बार बार होना। इसलिए रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट का मतलब होता है आवर्ती जमा खाता। 

किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस के रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट में आपको हर महीने एक निश्चित समय के भीतर एक निश्चित रकम जमा करनी पड़ती है। इस लेख में आपको पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जाएगी तथा हम लोग इस स्कीम के प्रत्येक प्वाइंट पर डिटेल से बिल्कुल सरल और आसान भाषा में चर्चा करेंगे। 

यह लेख पढ़ने के बाद आपको इस स्कीम के बारे में कहीं और से कुछ भी जानने की आवश्यकता नहीं रहेगी। दोस्तों, इस लेख में हम जानेंगे कि डाकघर RD स्कीम क्या है, RD का खाता कौन कौन खोल सकता है? क्या संयुक्त खाता यानी ज्वाइंट अकाउंट भी खोला जा सकता है? अकाउंट खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज क्या क्या होते हैं, इसके रूल्स और बेनिफिट क्या क्या हैं, कितना पैसा जमा करना होता है, न्यूनतम और अधिकतम निवेश की सीमा क्या है।

आरडी की वर्तमान ब्याज दर क्या है और नई ब्याज दर के हिसाब से कितना अधिक ब्याज हमें इस स्कीम पर मिलने वाला है? कितने रुपए का खाता खोलने पर मैच्योरिटी पर हमें कुल कितनी रकम मिलती है? क्या अकाउंट को बीच में हम बंद करवा सकते हैं? अर्थात अकाउंट को प्री मैच्योर क्लोज करा सकते हैं? 

यदि खाताधारक की दुर्भाग्यवश बीच में ही मृत्यु हो जाती है तो पैसा किस तरह से मिलता है तथा किसे मिलता है तथा क्या अपने नाम पर हम कितने अकाउंट खोल सकते हैं और आरडी अकाउंट पर टैक्स छूट का क्या नियम है? 


Recurring Deposit Scheme of Post Office


Table of Contents


Who can open RD account in post office 

दोस्तों, सबसे पहले बात करते हैं कि यह खाता कौन कौन खोल सकता है। भारत का कोई भी वयस्क नागरिक पोस्ट ऑफिस में RD का अकाउंट खुलवा सकता है। NRI यानी नॉन रेसिडेंट इंडियन इस अकाउंट को नहीं खोल सकते। उसके बाद दो या तीन आदमी मिलकर के संयुक्त खाता अर्थात ज्वाइंट खाता भी खुलवा सकते हैं। ज्वाइंट खाते भी दो प्रकार के होते हैं। एक ज्वाइंट A तथा ज्वाइंट B । 

ज्वाइंट A खाते में  जब हम निकासी करते हैं, खाते को ऑपरेट करते हैं, उसमें से विड्राल लेते हैं तो सभी खाताधारकों के हस्ताक्षर आवश्यक होते हैं। जबकि जो ज्वाइंट B अकाउंट होता है उसमे कोई भी एक खाताधारकों में से सिग्नेचर करके उस खाते से पैसे निकलवा सकता है। 

उसके बाद आप अपने माइनर बच्चे के नाम भी अकाउंट खुलवा सकते हैं। लेकिन बच्चे की उम्र 18 साल पूरी होने तक अकाउंट का जो संचालन है उसकी जिम्मेदारी उसके माता पिता या गार्जियन जिसके द्वारा वह खाता खोला गया है, उसकी ही रहती है। 

कोई 10 साल की उम्र पूरी कर चुका बच्चा अगर चाहे तो खुद अपने नाम से भी अकाउंट खुलवा सकता है और अगर वह अपने हस्ताक्षर करने में सक्षम है तो अपने नाम से खाते को संचालित भी कर सकता है। 

कोई मानसिक रूप से असक्षम व्यक्ति उसके नाम पर भी उसके गार्जियन या उसके माता पिता या जिसकी देखरेख में वह रहता है, RD का अकाउंट खुलवाया जा सकता है। गोद लिए गए बच्चे का भी उसके माता पिता के द्वारा RD का अकाउंट खुलवाया जा सकता है। 


Minimum and Maximum deposit limit of RD 

दोस्तों, अब बात करते हैं RD अकाउंट में न्यूनतम और अधिकतम जमा की सीमा क्या है?  पोस्ट ऑफिस आरडी अकाउंट में हर महीने आपको कम से कम ₹100 जमा कराने होते हैं। ₹100 से आप यह खाता खोल सकते हैं और अधिकतम इसमें जमा कराने की कोई भी लिमिट नहीं है। 

आप ₹100 से ऊपर जितना भी चाहे उतना रुपया आप जमा कर सकते हैं। परंतु शर्त यह है कि वह जो पैसा है, ₹10 के गुणांक में होना चाहिए। अर्थात आप ₹10 के गुणांक में कितनी रकम से भी खाता खोल सकते हैं। आप 100 , 500, 1000 , 2000, 5000 ,10,000, 20,000, जितनी भी रकम से खाता खोलते हैं वह 10 से डिवाइड हो जानी चाहिए। 

लेकिन ध्यान रखने योग्य बात है कि RD अकाउंट में हर महीने आपको बराबर पैसा जमा कराना होगा। अर्थात जितने से आपने शुरू में खाता खोला है , हर महीने वही रकम आपको जमा करानी होती है। आप उस रकम को चेंज नहीं कर सकते हैं। 

यदि आपको रकम को बढ़ाना है तो आप एक अलग से खाता खोल कर के रकम जमा कर सकते हैं, लेकिन उसी खाते में उस रकम को चेंज नहीं कर सकते हैं। किसी महीने कम या ज्यादा जमा करने की सुविधा इसमें उपलब्ध नहीं होती है। एक व्यक्ति अपने नाम से कितने भी खाते खोल सकता है। 

अधिकतम खाते खोलने की भी कोई सीमा नहीं रखी गई है। अगर आप हर महीने अपनी मर्जी से कम या अधिक रकम जमा करना, जमा करने की सुविधा प्राप्त करना चाहते हैं तो आप पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ या फिर सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवा सकते हैं। पीपीएफ अकाउंट तो पोस्ट ऑफिस में कोई भी खुलवा सकता है, लेकिन सुकन्या समृद्धि अकाउंट सिर्फ 10 साल से कम उम्र से छोटी लड़कियों का खाता ही  खुल सकता है। 


Determination of last date of deposit in RD account 

दोस्तों, अब जानते हैं कि RD खाते में किसी महीने अगर पैसा जमा करते हैं तो उस पैसा जमा करने की जो अंतिम तारीख होती है उसका निर्धारण कैसे होता है। हमें कैसे पता चलता है कि RD खाते में पैसा जमा कराने की अंतिम तारीख क्या है। 

दोस्तों , यह  इस बात पर निर्भर करता है कि आपने अकाउंट को किस तारीख को खुलवाया था। अगर आप किसी महीने की 15 तारीख से पहले ही अकाउंट खुलवा लेते हैं तो आगे चलकर भी हर महीने की 15 तारीख से पहले आपको उसमें पैसा जमा कराना होगा। 

उदाहरण के तौर पर यदि आपने 5 अक्टूबर 2023 को RD का अकाउंट खुलवाया है तो नवंबर 2023  में भी आपको 15 तारीख से पहले ही पैसा जमा करना पड़ेगा। इसके बाद पड़ने वाले हर महीने की 15 तारीख से पहले ही आपको पैसा जमा कराना पड़ेगा। 

अगर आपने अकाउंट इस महीने की 15 तारीख से 30 तारीख के बीच में खुलवाया है तो फिर आगे चलकर के हर महीने की 16 तारीख से लेकर के महीने की अंतिम तारीख के बीच में आपको पैसा जमा कराना पड़ेगा। 

उदाहरण के लिए यदि आपका RD अकाउंट खोलने की तारीख 25 सितंबर 2023 है तो आपको अक्टूबर 2023  की 16 तारीख से 31 तारीख के बीच में ही पैसा आरडी खाते में जमा करना होगा। 


Default /Penalty rules on RD unpaid monthly installment 

दोस्तों ,आइये जानते हैं अंतिम तारीख पर यदि हम पैसा जमा नहीं करते तो उस पर पैनल्टी यानी डिफाल्ट के क्या नियम हैं? अगर आप अपने अकाउंट के लिए निर्धारित अंतिम तारीख जो होती है, उससे पहले अगर पैसा जमा नहीं करते हैं तो आपको जुर्माना देना पड़ता है। 

पेनल्टी जो एक परसेंट के रेट के हिसाब से लगती है। यानी कि यदि ₹100 का अगर कोई आपका खाता है तो उस पर आपको ₹1 की पेनल्टी लगेगी। इसी के हिसाब से जितनी ज्यादा रकम बकाया होगी उतनी ज्यादा पैनल्टी आपको जमा करानी होगी। 

उदाहरण के लिए आप अपने अकाउंट में हर महीने ₹1,000 जमा करते हैं। अगर किसी महीने में आप निर्धारित तारीख से पहले पैसा जमा नहीं करा पाते हैं तो अगले महीने में आपको ₹10 पेनल्टी डिफाल्ट के रूप में जमा कराने होंगे। पेनल्टी जमा कराने के बाद ही आप अगली बार पैसा जमा कर पाएंगे। 


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Discontinue of RD account 

दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि RD खाता डिसकंटिन्यू कब होता है? अगर आप चार महीने तक लगातार पैसा जमा नहीं करते हैं तो आपका RD अकाउंट डिसकंटिन्यू हो जाएगा। इसका मतलब डिसकंटिन्यू खाता होने के बाद उसमें आगे पैसे जमा नहीं कर सकते तथा खाता वहीं पर आपका स्टॉप हो जाएगा। यानी कि आपका अकाउंट बंद हो जाएगा। 

इस तरह से बंद हुए अकाउंट को अगले दो महीने के भीतर पैनल्टी यानी कि जो डिफाल्ट उस पर बनता है चार महीने का और उस पर जो बकाया जो किस्त है वह जमा करके खाते को फिर से चालू किया जा सकता है। अगर आप उन दो महीनों के भीतर भी अकाउंट को चालू नहीं कराते हैं तो फिर आपका अकाउंट हमेशा के लिए बंद कर दिया जाता है। इसके बाद आप आगे इस अकाउंट में कोई भी पैसा जमा नहीं करा सकेंगे। 

डिफॉल्ट अकाउंट की मैच्योरिटी को आप बढ़ा भी सकते हैं। अगर आपका अकाउंट लगातार चार महीने तक डिफॉल्ट नहीं हुआ है, आपका डिफॉल्ट चार महीने से कम है तो अकाउंट की जो मैच्योरिटी के समय को आप आगे बढ़ा सकते हैं। 

इस तरह का खाता विस्तार यानी एक्सटेंडेड पीरियड अधिकतम उतने महीनों के लिए हो सकता है, जितने महीने तक आपका अकाउंट डिफॉल्ट हुआ है। यानी जितने महीने तक आपने अकाउंट में निर्धारित रकम जमा नहीं की है, उतने महीने के लिए खाते का विस्तार किया जा सकता है। 

अब बात करते हैं RD  खाते की मैच्योरिटी के बारे में। तो आरडी खाता पांच साल पूरा होने के बाद आपको परिपक्वता की राशि अकाउंट में मिल जाती है। पोस्ट ऑफिस RD अकाउंट पांच साल के लिए खोला जाता है। 

यानी  आपको कुल 60 महीनों तक 60 बार हर महीने एक निश्चित समय पर जिस राशि से आपने खाता खुलवाया है वह रकम जमा करानी होती है और उसके 60 महीने यानी कि पांच साल के बाद यह स्कीम मैच्योर हो जाती है और आप अपना पैसा भुगतान ले सकते हैं या फिर आप इसको आगे भी बढ़ा सकते हैं। 


 Etension facility in RD account 

पांच साल की मैच्योरिटी अवधि पूरा होने के बाद अगले पांच साल के लिए फिर से खाता एक्सटेंड किया जा सकता है अर्थात खाते का विस्तार हम करा सकते हैं। इसके लिए पोस्ट ऑफिस की जिस ब्रांच में आपने खाता खुलवाया है वहां पर एक खाता एक्सटेंशन कराने की एप्लीकेशन लिख कर के देनी होगी। पैसा जमा कराते हुए भी आप खाते को एक्सटेंड करा सकते हैं और बिना पैसा जमा करा कर के भी आप खाते को एक्सटेंड करा सकते हैं। 

अगर पांच साल के बाद आप डिपॉजिट एक्सटेंड करना चाहते हैं तो आपको हर महीने उतनी ही रकम फिर से अगले पांच साल के लिए और जमा करनी होगी जितने से आपने खाता खोला है। 

और यदि आप बिना डिपॉजिट एक्सटेंशन करना चाहते हैं तो आप पांच साल की मैच्योरिटी अमाउंट को पोस्ट ऑफिस में ऐसे ही छोड़ सकते हैं और उसका हर साल, हर महीने, ब्याज पर ब्याज लगता रहता है और आप कभी भी उसको जैसे  छह साल, सात साल, आठ साल ,नौ साल, दस साल के बाद कभी भी उसकी पेमेंट ले सकते हैं। 

जिस  पांच साल की मैच्योरिटी अवधि जो इसकी मैच्योरिटी टाइम पूरा होने के बाद अगले पांच साल के लिए फिर से खाता जो है एक्सटेंड किया जा सकता है। खाते का विस्तार हम करा सकते हैं। इसके लिए आपको पोस्ट ऑफिस में पोस्ट ऑफिस की जिस ब्रांच में आपने खाता खुलवाया है वहां पर एक खाता एक्सटेंशन कराने की जो है एप्लीकेशन लिख कर के देनी होगी। 

पैसा जमा कराते हुए भी आप खाते को एक्सटेंड करा सकते हैं और बिना पैसा जमा करा कर के भी आप खाते को जो है एक्सटेंड करा सकते हैं। जितना अगर पांच साल के बाद आप डिपॉजिट एक्सटेंड करना चाहते हैं तो आपको हर महीने उतनी ही रकम फिर से अगले पांच साल के लिए और जमा करनी होगी जितने से आपने खाता खोला है। 

और यदि आप विदाउट डिपॉजिट एक्सटेंशन करना चाहते हैं तो आप पांच साल की मैच्योरिटी अमाउंट को उसकी पेमेंट करके पोस्ट ऑफिस में ऐसे ही छोड़ सकते हैं और उसका हर साल, हर महीने, हर साल उस पर ब्याज से ब्याज पर ब्याज लगता रहता है और आप कभी भी उसको जो है छह साल, सात साल, आठ साल नौ साल, 10 साल के बाद कभी भी आप उसकी पेमेंट ले सकते हैं। 

जिस आरडी अकाउंट का एक्सटेंशन होता है उस पर अगले पांच साल के दौरान भी वही ब्याज दर आपको मिलती है जो शुरू में आपने अकाउंट खुलवाया था, उस समय थी। इसमें ब्याज की दर एक्सटेंशन करवाने पर चेंज नहीं होती है। 

जिस वक्त आपने खाता खुलवाया था, पांच साल पहले अब भी वही ब्याज की दर लागू रहती है, चाहे भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के द्वारा इसमें कितनी ही ज्यादा ब्याज की दर कम हुई हो या बढ़ी हो, आपको वही दर दी जाएगी  जो खाता खोलते वक्त आपको दी गयी थी। एक्सटेंड आरडी अकाउंट को आप कभी भी बाद में बंद करवा सकते हैं। 

खाता बंद करने से पहले उसमें जितने भी पूरे साल हो चुके होंगे उसके लिए आपको आरडी अकाउंट के हिसाब से ब्याज की दर मिलेगी और जो साल अधूरे रह जाते हैं उसके लिए आपको पोस्ट ऑफिस का जो सेविंग अकाउंट होता है, जिसकी इंटरेस्ट रेट चार परसेंट होती है, उसके हिसाब से उसका ब्याज जोड़ा जाएगा। 

उदाहरण के तौर पर यदि आपने कोई खाता एक्सटेंड करवा लिया और अब आप उसको साढ़े सात साल के बाद क्लोज करना चाहते हैं तो सात साल के लिए तो आपको पूरा आरडी का ब्याज दिया जाएगा, जो खाता खोलते वक्त आरडी की रेट ऑफ इंटरेस्ट थी और जो बचे हुए छह महीने हैं उनके लिए आपको पोस्ट ऑफिस का बचत खाता जिसका इंटरेस्ट रेट चार परसेंट है उसके हिसाब से आपको ब्याज दिया जाएगा। 


Nomination facility in post office RD account 

अब बात करते हैं पोस्ट ऑफिस के RD अकाउंट में नॉमिनेशन सुविधा के बारे में। पोस्ट ऑफिस के RD अकाउंट में नॉमिनेशन की सुविधा उपलब्ध है। खाता खोलते समय आपको नॉमिनेशन करवाना अनिवार्य होता है। अगर किसी वजह से आप खाता खोलते वक्त नॉमिनेशन नहीं करवा पाते तो बाद में भी आप नॉमिनेशन करवा सकते हैं। 

और यदि आपने पहले से कोई नॉमिनी अपॉइंट कर रखा है तो बाद में अगर उसको आप चेंज करना चाहते हैं तो आप बाद में नॉमिनी को चेंज भी कर सकते हैं। अधिकतम चार नॉमिनी तक आप खाते में अपॉइंट कर सकते हैं तथा खाता खोलते वक्त ही आप उन सभी का जितने भी आप नॉमिनी अपॉइंट करते हैं, उन सभी का जो शेयर होगा  उसके अंदर डिसाइड कर सकते हैं।


Account transfer facility in RD account 

अब बात करते हैं आरडी अकाउंट में खाता ट्रांसफर करने की सुविधा के बारे में। यदि आपको स्थान बदलना पड़ता है, आप नौकरीपेशा आदमी है या किसी वजह से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ता है तो आप अपने RD के अकाउंट को भी बड़ी ही आसानी से एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में पुरे देश में कहीं भी बड़ी आसानी से ट्रांसफर करवा सकते हैं। 


Documents Required for opening of RD account 

  • दोस्तों, अब बात करते हैं कि RD खाता खोलने के लिए कौन कौन से डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है। 
  • सबसे पहले RD  खाता खोलने के लिए आपको एक अकाउंट ओपनिंग फॉर्म  चाहिए होगा। यह अकाउंट ओपनिंग फॉर्म आपको पोस्ट ऑफिस में बड़ी ही आसानी से मिल जाता है। 
  • उसके बाद आपको अपने पैन कार्ड की सेल्‍फ अटेस्‍टेड फोटोकॉपी लगानी होती है। उसके बाद आपको आधार कार्ड की एक सेल्फ अटेस्टेड कॉपी लगानी होती है। 
  • जमाकर्ता अर्थात  जिसके नाम खाता खोला जाना है उसके दो नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो लगाए जाते हैं। 
  • और उसके बाद आपको पे स्लिप भरनी होती है। डिपोजिट स्लिप जितने का खाता खोलते हैं उसमें रकम भरनी होती है और उसके बाद आपको कैश या चेक जैसे भी आपको खाता खुलवाना है वो आपको साथ में सबमिट करना पड़ता है। 


ये सभी डॉक्यूमेंट आप पोस्ट ऑफिस में जमा करके बड़ी ही आसानी से आप अपना आरडी का खाता किसी भी पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं। 


Interest Rate of post office RD scheme 

अब बात करते हैं पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम पर मिलने वाली ब्याज दर के बारे में। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के द्वारा 1 अप्रैल 2016 से आरडी की ब्याज दर 6.7% क्वार्टरली कंपाउंड घोषित की गई है। इस ब्याज दर पर आरडी खाते में हर महीने कितने रुपए जमा कराने पर उसकी मैच्योरिटी पर कुल हमें कितनी रकम वापस मिलेगी आइए चलिए नीचे दी गयी टेबल से जानते हैं। 


Per Month Deposit Total Deposit in 5 Years Total Maturity Amount
₹100 ₹6000 ₹7137
₹200 ₹12000 ₹14273
₹300 ₹18000 ₹21410
₹500 ₹30000 ₹35683
₹1000 ₹60000 ₹71366
₹5000 ₹300000 ₹356830
₹10000 ₹600000 ₹71366


Pre mature clouser rules 

दोस्तों अब बात करते हैं पोस्ट ऑफिस के RD खाते के प्रीमैच्योर क्लोजर रूल्स के बारे में। जरूरत पड़ने पर तीन साल के बाद आप अकाउंट को बंद भी कर सकते हैं। जी हां अनिवार्य आवश्यकता पड़ने पर, कोई बहुत ही इमरजेंसी पड़ने पर यदि आपको पैसे की जरूरत है तो आप अकाउंट को मैच्योरिटी से पहले भी बंद कर सकते हैं। 

खाता खोलने की तारीख से ठीक तीन साल के बाद आप ऐसा कर सकते हैं। इसके लिए आपको संबंधित पोस्ट ऑफिस में एक एप्लीकेशन फॉर्म जो निकासी फार्म होता है वर्कर के पासबुक के साथ आपको जमा कराना होता है। आपका खाता बंद कर दिया जाता है। 

लेकिन इस तरह से मैच्योरिटी से पहले RD अकाउंट बंद करने पर जमा राशि पर आपको RD इंटरेस्ट रेट के हिसाब से ब्याज नहीं मिलेगा बल्कि उस पर सिर्फ पोस्ट ऑफिस की जो सेविंग अकाउंट की दर से आपको ब्याज दिया जाएगा जो कि वर्तमान में चार परसेंट है। 

अगर आप मैच्योरिटी अवधि के पांच साल पूरा होने के एक दिन पहले भी अगर RD अकाउंट को बंद करते हैं तो यही नियम लागू होगा। लेकिन अगर आपने पांच साल का एडवांस जमा करके आरडी अकाउंट खुलवाया है तो भी आप किसी भी सिचुएशन में पांच साल से पहले अकाउंट बंद नहीं करा सकते। 

आरडी अकाउंट का यह नियम है कि अगर आप इसमें रिबेट लेते हैं और एडवांस डिपॉजिट करवाते हैं तो जब तक वो एडवांस डिपोजिट खत्म नहीं हो जाती आप किसी भी हालत में आरडी के अकाउंट को क्लोज नहीं करवा सकते हैं। 


Tax Rules on post office RD account 

तो दोस्तों अगर बात करें पोस्ट ऑफिस की RD स्कीम पर टैक्स बेनिफिट  के बारे में तो पोस्ट ऑफिस की RD स्कीम जो है सभी निवेशकों के बीच में एक बहुत ही पॉपुलर स्कीम है। जो लोग थोड़ा थोड़ा करके कुछ समय में एक बड़ी धनराशि इकट्ठा करना चाहते हैं उन लोगों के लिए यह एक बहुत ही अच्छा साधन है। 

लेकिन इस स्कीम का सिर्फ एक नेगेटिव पॉइंट यही है कि इसमें टैक्स की कोई भी सुविधा, अर्थात टैक्स छूट की कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। लेकिन इसमें आपका  मैच्योरिटी के समय आपका टीडीएस भी इस स्कीम पर नहीं काटा जाता है। लेकिन इसमें जो मिलने वाला ब्याज है जब आप आईटीआर भरते हैं, इनकम टैक्स रिटर्न भरते हैं तो उसमें ब्याज को आपको इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज के कॉलम में आपको दिखाना होगा 


RD payment in case of death of account holder 

अब बात करते हैं खाताधारक की मृत्यु हो जाने पर उन मामलों का निपटान कैसे किया जाता है। यदि किसी आरडी खाता धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसमें जितना भी पैसा जमा होता है, ब्याज के समेत उस खाते में जो नॉमिनी दर्ज होता है, उसको वह पैसा दे दिया जाता है। 

आरडी अकाउंट खोलने वाले व्यक्ति की दुर्भाग्यवश मैच्योरिटी से पहले ही मृत्यु हो जाती है तो उसके अकाउंट में जो नॉमिनी दर्ज होता है, उसको पैसा पाने का अधिकार होता है। 

इसके लिए नॉमिनी को एक क्लेम फॉर्म भरकर पोस्ट ऑफिस में जहां वह खाता है, उसमें जो मृत्यु होने वाले जो अकाउंट होल्डर है, उसकी पूरी जानकारी, खुद की आईडी तथा दो गवाह और उनकी आईडी तथा उसकी इंफॉर्मेशन फॉर्म में भरकर के फॉर्म को पासबुक के साथ पोस्ट ऑफिस में जमा करना होता है। 

एक निश्चित समय के बाद जल्दी ही वह क्लेम पास हो जाता है और उसको वैरिफिकेशन के बाद पैसा दे दिया जाता है। अब जो नॉमिनी होता है या कानूनी वारिस होता है उसकी जो क्लेम फॉर्म स्वीकार होने के बाद भी उसको दो ऑप्शन होते हैं,  या तो वह है उस पैसे का और उस पर मिलने वाले ब्याज का भुगतान तुरंत ले सकता है। 

या वह चाहे तो उस आरडी अकाउंट को आगे भी मैच्योरिटी तक चालू रख सकता है। इसके लिए उसको संबंधित पोस्ट ऑफिस की ब्रांच में जहां पर उसका वह खाता स्टैंड है वहां पर उसको फॉर्म भरकर परमिशन लेनी होगी। 

Vinod Pandey

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