बिना पैसे के बिजनेस कैसे शुरू करें| HOW TO START BUSINESS WITH NO MONEY| Business Ideas

दोस्तो, दुनिया में लगभग 81% व्यक्तियों की यही ख्वाहिश होती है कि उनका खुद का कोई स्टार्टअप हो या फिर बिजनेस हो। लेकिन ज्यादातर लोगों को ये समझ ही नहीं आता कि आखिर वे अपने बिजनेस की शुरूआत करें कैसे। ज्यादातर लोग ये मानते हैं कि लाइफ में जब उनके पास बहुत सारा पैसा आ जाएगा तब वे अपने बिजनेस की शुरुआत करेंगे। 

लेकिन ऐसा नहीं है। आपको हाथ पर हाथ रखकर बैठने या इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर आप चाहें तो बिना पैसे के भी बिजनेस की शुरूआत कर सकते हैं। कैसे? जानने के लिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढियेगा। 


HOW TO START BUSINESS WITH NO MONEY


Business and Job together?

दोस्तो, जब भी कोई ऐसी सिचुएशन होती है जहां कोई इंसान अपना बिजनेस शुरू करना चाहता है, लेकिन उसके पास उसे शुरू करने के लिए इन्वेस्टमेंट नहीं है तो ज्यादातर मामलों में उस व्यक्ति के मन में ये खयाल आता है कि क्या मैं बिजनेस और जॉब साथ साथ नहीं कर सकता? क्या मुझे बिजनेस करने के लिए अपनी जॉब को छोड़ना पड़ेगा? तो आपको ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। 

आप अपनी लाइफ के प्रति रियलिस्टिक रहें और जब भी आपको खाली टाइम मिले वीकेंड्स में, हॉली डे में काम के बाद में , तो आप उसमें अपने बिजनेस की शुरूआत करें। क्योंकि इससे होगा ये कि एक तरफ जहां जॉब के थ्रू आपका लाइवलीहुड यानि कि रहने, खाने और डेली का खर्चा चलता रहेगा तो वहीं दूसरी तरफ स्टार्टिंग में आपको आपके बिजनेस पर पूरी तरह depend नहीं होना पड़ेगा। 

यहां तक कि आप अपने बिजनेस से होने वाले प्रॉफिट को खुद के खर्च में नहीं बल्कि बिजनेस की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए इनवेस्ट कर पाएंगे। कुछ टाइम बाद जब आपका बिजनेस आपको इतना रिटन या प्रोफिट देने लगे कि आप उससे मंथली अपनी सैलेरी निकाल सके और इसके बावजूद भी आपके पास बिजनेस की ग्रोथ के लिए पैसा इन्वेस्ट करने के लिए बच जाए तो आप खुशी खुशी अपनी जॉब छोड़ कर फुल टाइम बिजनेस पर फोकस कर सकते हैं। 


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1. Identify Your Business Idea

दोस्तो कोई भी बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहला स्टेप है कि identify your business idea. एक सक्सेसफुल बिजनेस की नींव टिकी होती है एक स्ट्रॉन्ग आइडिया पर। इसलिए अपने दिमाग पर जोर डालना शुरू करें और कुछ ऐसे आइडियाज को pin down  करें, जिनमें आपको पोटेंशियल दिखाई देता हो और जिनमें आपको लगता है कि आप अपना बेस्ट दे सकते हैं। 

ऐसा कुछ जिसे देखकर आपको ये एहसास होता हो कि आप इसे दूसरों से बेटर कर सकते हैं, वो भी नए और इंट्रेस्टिंग तरीके से। अपने आइडियाज को analyse करें और इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आप उस आईडिया को बिजनेस में कनवर्ट कर सकते हैं कि नहीं ये जानना सबसे जरूरी है। 

अब जिस आइडिया को आप बिजनेस में कनवर्ट करने की सोच रहे हैं, उसमें एग्जिस्टिंग बिजनेस कौन कौन से हैं? क्या इस बिजनेस की डिमांड और सप्लाई चेन में कोई गैप है? उस गैप को आप कैसे भर सकते हैं? किसी प्रोडक्ट के थ्रू या फिर किसी सर्विस के थ्रू। 

इसके बाद सर्विस हो या प्रोडक्ट जो भी आप चुनते हैं क्या वो लोगों की लाइफ में कोई वैल्यू ऐड करेगा या नहीं। ये सारे प्रश्न पहले ही सोचना बहुत जरुरी है ताकि आपको अपने आइडिया को इम्प्लीमेंट करते समय कम से कम प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़े। 


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2. Conduct Market Research

इसके बाद बात करते हैं दूसरे स्टेप की। दूसरा स्टेप है conduct market research। स्टार्टिंग में ये बहुत जरूरी है कि आप अपने बिजनेस आइडिया से रिलेटेड मार्केट रिसर्च करें। जिसमें आपको अपने आइडिया से रिलेटेड इंडस्ट्रीज के बारे में पता चलेगा और आप मार्केट में पहले से अवेलेबल अपने competitors के बारे में जान पाएंगे। 

आप जान पाएंगे कि आपके competitors में क्या कमियां हैं। मार्केट में उस प्रोडक्ट या सर्विस में किस प्रकार की कोई कमी है जिसे आप दूर करके कस्टमर को एक बेहतर प्रोडक्ट या सर्विस प्रोवाइड करा सकते हैं। आइए इसे एक एग्जांपल के थ्रू समझते हैं। 

ये कहानी है एक ऐसे लड़के की जो उड़ीसा के एक बहुत ही छोटे से शहर का रहने वाला था जिसका नाम है रितेश अग्रवाल। रितेश का जन्म साल 1993 में रायगढ़ जिले के बिसन कटक नाम के जगह पर मिडिल क्लास फैमिली में हुआ था। 

रितेश ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई अपने टाउन से ही की और बाद में फैमिली की इच्छा थी कि बेटा इंजीनियर बनें तो वह आईआईटी की प्रिपरेशन करने के लिए कोटा चले गया । रितेश का कोटा में बिल्कुल भी मन नहीं लगा, क्योंकि उसका बचपन से ही सपना था कि उसे एक एंटरप्रेन्योर (entrepreneur) बनना है। वे कोटा से भागकर दिल्ली आ गए और अपनी एन्टरप्रेन्योर जर्नी को शुरू करने के लिए नए नए आइडियाज ढूंढने लगे। 

इसके लिए उन्होने काफी लोगों के सेमिनार्स अटेंड किए और बहुत ज्यादा ट्रैवल करना शुरू कर दिया। ट्रैवलिंग के दौरान रितेश ने ऑब्जर्व किया कि उन्हें और काफी सारे लोगों को अर्जेंट होटेल रूम्स बुक करने में बहुत सारी प्रॉब्लम्स को फेस करना पड़ता है। 

और जब अर्जेंट में होटल वाले लोगों से उल्टे सीधे पैसे वसूल करते थे और बदले में उन्हें ढंग की सुविधाएं या फैसिलिटीज भी नहीं प्रोवाइड कराते थे, यहां तक कि रूम्स और वॉशरूम में ढंग से सफाई तक भी नहीं करते थे। साथ ही ज्यादातर लोगों का बजट लिमिटेड होने के कारण वे उन होटल्स को अफोर्ड नहीं कर पाते थे, जिनकी रेटिंग्स बहुत हाई थी। 

इसलिए रितेश ने डिसाइड किया कि वे होटल इंडस्ट्री में ही काम करेंगे। उन्होनें होटल्स पर अपनी रिसर्च करना शुरू किया। रिसर्च के दौरान उन्हें इस इंडस्ट्री की एक और कमी पता चली कि पूरे इंडिया में ऐसे बहुत ही कम होटल्स हैं जो कपल फ्रेंडली है। ऐसे होटल्स की तादाद बहुत ही लिमिटेड है जहां स्टे करते टाइम कपल्स सेफ महसूस कर सके। 

रितेश ने एक एक कर होटेल इंडस्ट्री की सारी कमियों को आइडेंटिफाई किया और इन्हीं को आधार बनाते हुए अपनी एक कंपनी को लॉन्च कर दिया, जिसका नाम उन्होने रखा Oravel Stays . साल 2013  में उन्होने अपनी कंपनी का नाम बदला और उसका नाम रखा oyo। रितेश ने इंडस्ट्री की कमियों को दूर किया और कस्टमर की डिमांड की पूर्ति की। इसीलिए तो आज वो इंडिया के सबसे कम उम्र में बने बिलेनियर्स में से एक है। 


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3. Create a Minimal Vibe Product and Test Your Idea

तीसरा स्टेप है Create a Minimal Vibe Product and Test Your Idea। आपका आइडिया भले ही प्रोडक्ट सेल करने का हो या फिर सर्विस प्रोवाइड करने का। लेकिन स्टार्टिंग में आपको इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि या तो आपका प्रोडक्ट बाकी लोगों की मार्केट रेट से कम हो या फिर वो बिल्कुल ही फ्री हो जिससे आपके प्रोडक्ट या सर्विस की तरफ कस्टमर अट्रैक्ट हों और आपको उसके संबंध में लोगों से फीडबैक मिल पाए। 

इसका एक एग्जाम्पल हमें Bharatpe में देखने को मिलता है। जब शाश्वत और भाविक ने ashneer ग्रोवर को फाउंडर बनाने के लिए मीटिंग की तो उस टाइम पर इंडिया में जितने भी यूपीआई प्लेटफॉर्म थे फिर चाहे वो paytm  हो या फिर phonepe  वे सभी हर ट्रांजेक्शन पे मर्चेंट से 2% की ट्रांजैक्शन फी लेते थे। 

तो मर्चेंट्स को Bharatpe  की तरफ अट्रैक्ट करने के लिए भाविक और शाश्वत चाहते थे कि इस ट्रांजैक्शन को घटाकर वे मर्चेंट से बस 1% फीस ही वसूल करेंगे। लेकिन ashneer ने इस पर आपत्ति जताई और उन्होंने कहा कि इस तरह तो मार्केट में ट्रांजेक्शन को लेकर blood bath  बन जाएगा। 

तुम आज 1% करोगे, कल कोई दूसरी कंपनी 0.9%  करेगी फिर तीसरी कंपनी 0.85%  करेगी। यह सिलसिला तो कभी खत्म ही नहीं होगा। इसलिए मेरी मानो और ट्रांजैक्शन फीस को 0 करो। ashneer की बात मानी गई और उन लोगो ने ऐसा ही किया जिससे काफी सारे मर्चेंट्स पेटीएम और फोनपे को छोड़कर भारत पे को यूज करने के लिए राजी हो गए और बाद में मार्केट को देखते हुए फोन पे और paytm  को भी ट्रांजेक्शन फीस जीरो करनी पड़ी। 

जब आपके प्रोडक्ट या सर्विस की तरफ लोग अट्रैक्ट होने लगते हैं तो आप अपने बिजनेस को ग्रो करने के लिए लोगों से क्राउड फंडिंग भी इकट्ठा कर सकते हैं। यहां तक कि आप क्राउड फंडिंग के लिए पर्सनली जाने के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा भी ले सकते हैं। 

सोशल मीडिया के थ्रू आपकी पहुंच इंटरनेशनली हो जाती है और आप घर बैठे बैठे अपना नेटवर्क इतना स्ट्रॉन्ग बना सकते हैं कि आप अपने बिजनेस के लिए करोड़ों रुपए की फंडिंग उठा सकते हैं। साथ ही साथ उनके रिव्यूज, कमेंट्स, लाइक, शेयर आपके प्रोडक्ट या सर्विस के लिए पब्लिसिटी और advertisement का काम भी करेंगे। 


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4. Create a Platform & Setup a Payment Method

चौथा स्टेप है Create a Platform & Setup a Payment Method. सोशल मीडिया पब्लिसिटी के बाद आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस के लिए एक वेबसाइट या app भी क्रिएट कर सकते हैं, जहां पर आपके कस्टमर्स easily आप तक पहुंच पाए और आपके सर्विस या प्रोडक्ट की कंप्लीट इन्फॉर्मेशन ले पाएं। 

ये वेबसाइट या ऐप आपके प्रोडक्ट या सर्विस को लोगों तक पहुंचाने की क्षमता रखती है। चूंकि आजकल इंटरनेट का दौर है, वर्ल्ड के लगभग सभी लोग अपना ज्यादातर समय आजकल सोशल मीडिया पर बिताते हैं। 

यहां तक कि बड़ी से बड़ी कंपनीज भी आज के टाइम में ऑनलाइन वर्क कर रही हैं, क्योंकि इससे उनकी स्केलेबिलिटी डबल हो जाती है और ऑफलाइन तो उनका कस्टमर बेस बना ही हुआ है ,और ऑनलाइन होने से उनसे बहुत सारे कस्टमर्स और जुड़ जाते हैं। 

इसके साथ ही जरूरत पड़ती है एक बेहतर पेमेंट मेथड की। हालांकि कैश सबसे ईजी और फास्टेस्ट मेथड है पेमेंट का, लेकिन हर चीज कैश में करना पॉसिबल नहीं है और वो भी आज के दौर में जब लोगों ने कैश कैरी करना बिल्कुल ही कम कर दिया है। 

आपको जरूरत है कि एक ऐसा पेमेंट सेटअप करने की जो बहुत ही इजी और फ़ास्ट हो और हाईली सिक्योर भी हो। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान जरूर रखें कि उसमें कस्टमर्स की कम से कम ट्रांजेक्शन फीस  लगे।

आप चाहे तो इसके लिए यूपीआई का इस्तमाल भी कर सकते हैं जो आजकल ईजिली एक्सेसिबल है प्रत्येक व्यक्ति के लिए और साथ ही हाईली सिक्योर भी है। इंडिया का लगभग हर व्यक्ति आजकल इस यूपीआई का इस्तमाल कर रहा है। तो जिसमें कस्टमर को आसानी हो वो सबसे अच्छा पेमेंट मेथड है। 


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5. Exploring Funding Options

आखरी और पांचवा स्टेप है Exploring Funding Options . अगर आपका बिजनेस उस स्टेज पर पहुंच चुका है जहां आपका एक कस्टमर बेस तैयार हो चुका है, मार्केट में आपकी एक पहचान बन चुकी है और आप अपने बिजनेस की ग्रोथ करने के लिए तैयार हैं। 

तब ऐसी स्थिति में आपको जरूरत पड़ेगी कैपिटल की। कैपिटल के लिए आपको नए नए फंडिंग ऑप्शन्स खोजने पड़ेंगे। ट्रेडिशनल तरीके में लोग बैंक के पास जाते थे लोन लेने के लिए। लेकिन आज के टाइम में लोग अलग अलग ऑप्शंस का यूज करते हैं। इसमें क्राउड फंडिंग है। 

अगर आप एक स्टार्टअप है, तो इसके लिए एंजल इनवेस्टर हैं , वेंचर कैपिटलिस्ट है। यहां तक की आजकल तो इसके shark tank  जैसे रिएलिटी शोज भी है, जहां जाकर आप sharks या जजेस को अपना बिजनेस आईडिया सुना सकते हैं। अगर उन्हें आइडिया पसंद आता है तो वो आपके बिजनेस की कुछ परसेंट इक्विटी के बदले बिजनेस या स्टार्टअप में इन्वेस्ट कर देते हैं। इसके अलावा वे बिजनेस को सक्सेसफुली रन करने के लिए आपको गाइडेंस भी प्रोवाइड करते हैं। 


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Best Advice

दोस्तो, आज के इस इंटरनेट के दौर में ऐसे कई बिजनेस हैं जिनकी शुरुआत आप बिना किसी इन्वेस्टमेंट के कर सकते हैं। जैसे अगर आपके पास कोई स्किल है, तो आप फ्रीलांसर के रूप में काम करना शुरू कर सकते हैं। 

अगर आप एक वेब डेवलपर हैं, ग्राफिक डिजाइनर है, वीडियो एडिटर है या फिर एक वॉइसओवर आर्टिस्ट है, तो आप बिना किसी इन्वेस्टमेंट के online fiverr या फिर फ्रीलांसर जैसे प्लेटफॉर्म पर अपने वर्क की शुरूआत कर सकते हैं। 

इसके अलावा दूसरा ऑप्शन है आपके पास यूट्यूब, जहां से आज लाखों यूथ बिना किसी इन्वेस्टमेंट के टेक, इंटरटेनमेंट, एजुकेशन जैसे कई niche के  ऊपर अपने वीडियोज बनाकर खुद के मल्टिपल बिजनेसेज खड़े कर रहे हैं। 

साथ ही इंस्टाग्राम, फ्रीलांस क्रिएशन, लैंग्वेज ट्रांसलेशन सर्विस ,ऑनलाइन टेस्ट सिरीज, seo  एक्सपर्ट और ऑनलाइन कंसल्टिंग जैसे कई बिजनेस हैं, जिनकी शुरुआत आप जॉब के साथ साथ पार्ट टाइम या फिर फुलटाइम कर सकते हैं। आज का यह दौर हम सभी के लिए एक बेहतर अपॉर्चुनिटी लेकर आया है। 

इंटरनेट के थ्रू हम घर बैठे बैठे जो चाहे वो कर सकते हैं। बड़ी ही पुरानी कहावत है जहां चाह है वहां राह है। तो बस अब सोचना बंद कीजिए और लग जाइए अपने सपने को पूरा करने में बिना कोई आलस या बहाना किए। तो दोस्तो आज के इस आर्टिकल में इतना ही। आशा करता हूं आपको हमारे इस आर्टिकल से कुछ न कुछ financial और business knowladge मिली होगी। अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद।

Vinod Pandey

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