अप्रैल 2024 की पहली तारीख से पोस्ट ऑफिस की जो रिकरिंग डिपॉजिट स्कीम है, उसका इंटरेस्ट रेट बढ़ाकर 6.8 कर दिया गया है और इस इंटरेस्ट रेट के बढ़ने के बाद से यह स्कीम अपने आप में काफी ज्यादा आकर्षक बन गई है। क्योंकि एक तो इसमें आपको एक बार में कोई बड़ा अमाउंट निवेश नहीं करना पड़ता। आप हर महीने जितने भी पैसे बचा सकते हैं, उतना आप इसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं।
आप इसमें अगर चाहे तो हर महीने सिर्फ ₹100 के निवेश से भी शुरुआत कर सकते हैं। फिर इसके बाद इस स्कीम में जो कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी है वह भी तिमाही है। तो इससे आपको थोड़ा और एक्स्ट्रा पैसा कमाने का जो मौका है वह मिल जाता है। फिर इसके बाद अगर आप इस स्कीम में एक साथ छह महीने या फिर उससे भी ज्यादा का जो डिपॉजिट एडवांस में कर देते हैं तो आपको थोड़ा बहुत डिस्काउंट भी इसमें मिल जाएगा।
इसके बाद क्योंकि यह एक सरकारी स्कीम है तो इसमें जो आपका पैसा है वह लगभग लगभग 100% सुरक्षित है । तो कहने का मतलब यह है कि इस एक स्कीम में निवेश करने के आपको कई सारे लाभ मिल जाते हैं और इस इंटरेस्ट रेट के बढ़ने के बाद से तो इसमें चार चांद लग ही चुके हैं।
लेकिन कहीं आप इस स्कीम की इतनी सारी तारीफ सुनने के बाद इसमें इन्वेस्ट करने का तो नहीं सोच रहे ना। क्योंकि अभी मैंने आपको इसका पूरा सच नहीं बताया और हो सकता है कि इसका पूरा सच जानने के बाद इसमें इन्वेस्ट करने का जो आपका प्लान है वह थोड़ा सा चेंज हो जाए। तो क्या है इस स्कीम की पूरी सच्चाई जानने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ियेगा। तो क्या है इस स्कीम की पूरी सच्चाई, चलिए अब जरा उसके बारे में जान लेते हैं।
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Interest Rate
तो सबसे पहले बात करेंगे इसके इंटरेस्ट रेट के बारे में जो कि 6.5% से बढ़कर के 6.8 % हो चुका है। तो देखिए ये जो इंटरेस्ट रेट इसका बढ़ा है तो वैसे अगर आप इसे ऊपर ऊपर से देखेंगे तो आपको यह बहुत ही अच्छा लगेगा। आपको लगेगा कि अब हमें ज्यादा ब्याज कमाने का मौका मिलेगा। लेकिन असल में यह उतना भी ज्यादा नहीं है।
आप अगर मार्केट में और भी जो बैंक्स मौजूद हैं, चाहे वह प्राइवेट हो या चाहे वह सरकारी हो तो उनकीअगर आप RD का इंटरेस्ट रेट देखेंगे तो उनमे आपको इससे ज्यादा ब्याज दर देखने को मिल जायगी। जैसे अगर आप किसी सरकारी बैंक में RD करवाना चाहते हैं तो आप कैनरा और यूनियन बैंक में करवा सकते हैं। उसमें आपको इन दोनों ही बैंकों में आपको 6.25-7.25% का ब्याज मिल जाएगा।
फिर इसके बाद अगर मैं बात करूं कुछ प्राइवेट बैंक के बारे में तो आपको एचडीएफसी में 7.10% का इंटरेस्ट रेट मिल जाएगा। और हां ये जो मैं बता रहा हूं पांच साल की आरडी के लिए है क्योंकि जो पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम होती है वह पांच साल की ही होती है। अगर आप पांच साल से नीचे के लिए करवाना चाहेंगे तो उसमें आपको और भी ज्यादा ब्याज कमाने का जो मौका है वह आराम से मिल जाएगा।
तो कहने का मतलब यह है कि इंटरेस्ट रेट इसमें बढ़ा जरूर दिया गया है, पर असल में यह उतना भी ज्यादा नहीं है। पहले से मार्केट में ऐसे कई सारे सरकारी और प्राइवेट बैंक हैं, जो इससे ज्यादा ब्याज दे रहे हैं।
फिर इसके बाद में पोस्ट ऑफिस की आरडी में सीनियर सिटीजंस के लिए कोई भी अलग से प्रोविजन नहीं किया गया है। जबकि अगर आप किसी बैंक में आरडी करवाने के लिए जाएंगे तो वहां पर आपको सीनियर सिटीजन के नाम पर थोड़ा और एक्स्ट्रा ब्याज है वह कमाने का मौका मिल जाता है।
जैसे कि अगर आप एसबीआई में जाते हैं तो वैसे तो उसमें पांच साल की आरडी पर 6.50 % का interest rate है लेकिन अगर आप एक सीनियर सिटीजन है तो आपको 7% तक का इंटरेस्ट रेट मिल जाता है। फिर इसके अलावा एचडीएफसी ,आईसीआईसीआई , कैनरा या यूनियन बैंक में आपको 7.5% के आसपास का इंटरेस्ट रेट मिल सकता है।
तो कहने का मतलब यह है कि नॉर्मल बैंक मतलब पोस्ट ऑफिस को छोड़कर जितने भी बैंक मौजूद है चाहे वह प्राइवेट हो, सरकारी हो तो उन सभी में सीनियर सिटीजन के लिए अलग से प्रोविजन होता है। वहां पर सीनियर सिटीजन को थोड़ा एक्स्ट्रा ब्याज दिया जाता है। लेकिन पोस्ट ऑफिस में ऐसा कुछ भी नहीं है। तो इंटरेस्ट रेट के मामले में तो यह बिल्कुल बेकार निकला। इसमें कुछ भी एक्स्ट्रा फायदा आपको यहां पर नहीं मिलने वाला है।
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Safety
अब इसके बाद यहां पर कई सारे लोग इस चीज के काउंटर में कहेंगे कि चलो ठीक है थोड़ा सा कम मिल रहा है लेकिन सेफ्टी तो हंड्रेड परसेंट है क्योंकि यह पोस्ट ऑफिस है, मतलब हंड्रेड परसेंट सरकारी। यहां पर हमारा पैसा जितना सुरक्षित रहेगा उतना पैसा सुरक्षित हमारा किसी और बैंक में कैसे रह सकता है? तो उसमें तो सेफ्टी के लिहाज से थोड़ा बहुत जो कंप्रोमाइज है इंटरेस्ट रेट के साथ हम कर लेंगे।
तो देखिए उन सभी लोगों को मैं यहां पर यह कहना चाहूंगा कि भाई देखो जितना पैसा आपका इस पोस्ट ऑफिस में सुरक्षित है उतना ही पैसा आपका जो सरकारी बैंक है उसमें भी सुरक्षित रहेगा। वह भी तो सरकार चला रही है। यह भी सरकार चला रही है। ऐसा तो नहीं कि इन दोनों को अलग अलग तरह की चीजें चला रही है। यह भी 100% सरकारी है।
और दूसरी बात यहां पर मैं आपको यह भी बता दूं एचडीएफसी और आईसीआईसी बैंक जो है वह आरबीआई की टॉप थ्री सेफ बैंक की लिस्ट है उसमें शामिल है। मतलब आरबीआई के हिसाब से इस देश के जो तीन सबसे ज्यादा सुरक्षित बैंक है उसमें यह एचडीएफसी और आईसीएस शामिल है।
एसबीआई के साथ में ठीक है तो आपका पैसा एचडीएफसी बैंक जो कि एक प्राइवेट बैंक है या फिर मैं कहूं तो आईसीआईसी बैंक जो भी प्राइवेट है तो इनमें भी उतना ही सुरक्षित है आपका पैसा जितना कि पोस्ट ऑफिस में।
Flexibility
अब इसके बाद बात करते हैं फ्लेक्सिबिलिटी के बारे में। देखिए, जो पोस्ट ऑफिस की आरडी है, यह पांच साल की स्कीम है। अगर आपको RD सिर्फ दो-तीन साल के लिए ही करवानी है तो फिर आप इसमें नहीं करवा सकते।
लेकिन अगर आप बैंकों की आरडी की बात करेंगे तो वहां पर आप अगर साल भर के लिए चाहते हैं तो साल भर का भी RD हो जायगी। दो साल के लिए चाहते हैं, दो साल का भी हो जायगी , तीन साल के लिए चाहते हैं तो वह भी हो जायगी। मतलब जितने टाइम पीरियड के लिए भी आप चाहते हैं, उतने टाइम पीरियड के लिए आप बैंकों में आरडी करवा सकते हैं।
Liquidity
अब फ्लेक्सिबिलिटी के बाद में आते हैं लिक्विडिटी के ऊपर। पोस्ट ऑफिस की लिक्विडिटी भी बहुत खराब है। पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम में तीन साल से पहले आप पैसा निकाल ही नहीं सकते। उसके बाद ही प्री मेच्योर विड्रॉल अलाउड होता है। यानी कि पांच साल की स्कीम है, जिसमें कि तीन साल तक तो कुछ नहीं हो सकता। तीन साल के बाद आप विड्रॉल करवा सकते हैं उसमें फिर पेनल्टी आपको देनी पड़ती है।
लेकिन अगर हम बात करें बैंकों की आरडी की तो उसमें ऐसा कुछ भी नहीं है। आप जब चाहे तब अपना पैसा निकाल सकते हैं। पेनल्टी तो करनी ही पड़ती है लेकिन आपके पास ऑप्शन तो होता है। कभी आपको जरूरत पड़ गई तो आप अपना पैसा निकाल तो सकते हैं।
Compounding Frequency
इसके बाद में बात करते हैं कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी की जो कि इसमें क्वार्टरली बेसिस की है। तो देखिए इस मामले में भी यह उतनी खास नहीं है।
क्योंकि आप जितने भी बैंक हैं मार्केट में उनमें अगर आप आरडी करवाने जाएंगे तो मैक्सिमम में आपको जो कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी है क्वॉर्टरली बेसिस की ही देखने को मिलती है। कुछ एक बैंक में हो सकता है कि थोड़ा अलग हो लेकिन ज्यादातर में आपको क्वॉर्टरली बेसिस ही देखने को मिलेगा। तो इस मामले में भी यह उतनी ज्यादा कुछ खास नहीं है।
Discount
फिर इसके बाद अगर हम बात करें इसमें मिलने वाले डिस्काउंट की तो पोस्ट ऑफिस में आपको डिस्काउंट मिलता कब है, जब आप छह महीने या उससे ज्यादा का जो अपना इन्वेस्टमेंट का अमाउंट है, अगर वह आप एडवांस में दे देते हैं तो आपको इसमें थोड़ा बहुत डिस्काउंट मिलता है।
लेकिन देखिए जब आपको छह महीने से ज्यादा का पैसा एक साथ ही करना है तो फिर आप आरडी क्यों करवा रहे हैं। फिर आप एफडी करवा लीजिए। उसमें आपको आरडी से थोड़ा ज्यादा ही कमाने का मौका मिल जाएगा।
आरडी का मतलब ही क्या कि आप हर महीने थोड़ा थोड़ा करके इन्वेस्ट ना क्र सके तो। अगर आप छह महीना और साल भर पैसा इकट्ठा करके ही इन्वेस्ट करना चाहते तो फिर सिंपल एफडी करवा लीजिए। वह ज्यादा बेहतर रहेगा।
Conclusion
तो कुल मिलाकर देखा जाए तो पोस्ट ऑफिस स्कीम में ना ही आपको कोई खास फीचर देखने को मिल रहे हैं और ना ही आपको ब्याज ज्यादा कमाने का मौका मिल रहा है। तो मेरे हिसाब से आपको इस स्कीम में अपना पैसा इन्वेस्ट करने से बचना चाहिए।
आपके पास मार्केट में पहले से ही कई सारे अच्छे विकल्प मौजूद है। कुछ के नाम मैंने आपको बता दिए। तो यह था पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम का पूरा सच। मैं उम्मीद करता हूं कि आप इस बात को काफी अच्छे से समझ गए होंगे। इसी के साथ यह लेख यहां पर समाप्त करता हूँ। अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।