अगर आप अपना पैसा किसी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस के द्वारा आपके लिए बहुत सारी अलग अलग तरह की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम मुहैया की जाती है। इन सभी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड भी अलग है और इनका इंटरेस्ट रेट भी अलग है। इसलिए इनका जो बेनिफिट है वह भी आपको अलग अलग मिलेगा।
पोस्ट ऑफिस आपको बहुत सारी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम प्रोवाइड करता है, उनमें से एक बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम है जिसका नाम है टाइम डिपॉजिट। तो आज के इस लेख में मैं आपको पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के बारे में विस्तार से बताने जा रहा हूं। जैसे -
- टाइम डिपॉजिट स्कीम के अंदर कौन कौन व्यक्ति अपना अकाउंट खुलवा सकते हैं।
- एक व्यक्ति कितने अकाउंट खुलवा सकता है
- कितने तरह के आपको अकाउंट इसके अंदर मिलेंगे।
- हर एक अकाउंट के ऊपर आपको कितना इंटरेस्ट मिलेगा और कितना आपको लाभ मिलेगा।
- इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति समय से पहले कोई फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट बंद करवाना चाहता है तो उसको क्या उसका नुकसान होगा या फिर आपको उसके अंदर क्या पेनल्टी लगेगी?
इसी तरह की बहुत सारी छोटी छोटी लेकिन बहुत ही ज्यादा जरूरी बातें मैं आपको फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के बारे में बताने जा रहा हूं। तो अगर आप इस साल फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम ओपन करवाने के बारे में सोच रहे हैं तो इस लेख को बहुत ही ध्यान से अंत तक पढियेगा।
Table of Contents
क्या है पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट स्कीम।
दोस्तों जो टाइम डिपॉजिट स्कीम है उसे हम टीडी के नाम से भी जानते हैं और यह एक तरह की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम है और यह एक ऐसी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम है जिसके अंदर आपको स्कीम का जो इंटरेस्ट है वो हर साल मिलता रहता है।
टाइम डिपॉजिट स्कीम किस तरीके से काम करती है।
दोस्तों जब भी आप अपने लिए एक टाइम डिपॉजिट अकाउंट चूज करेंगे तो सबसे पहले आपको एक अमाउंट डिसाइड करनी होगी कि आप कितनी धनराशि अपने टाइम डिपॉजिट अकाउंट के अंदर निवेश करवाना चाहते हैं।
तो जब आप अमाउंट डिसाइड कर लेंगे और आप अपने लिए एक टीडी अकाउंट डिसाइड कर लेंगे, उसके बाद क्या होगा कि आपको हर साल उस टीडी अकाउंट का जो इंटरेस्ट है वो मिलता रहेगा। और यहां पर मत्वपूर्ण बात ये भी है कि आपका जब टीडी अकाउंट मैच्योर होगा आपको आपकी सारी की सारी रकम वापस मिल जाएगी।
टाइम डिपॉजिट स्कीम की खास बातें
तो चलिए दोस्तों अब हम जानते हैं कि टाइम डिपॉजिट अकाउंट की खास बातें क्या हैं? इसके फीचर्स क्या हैं? तो सबसे बड़ी बात तो ये है कि यह भारत सरकार की एक योजना है इसलिए इसके अंदर जो भी पैसा आप इन्वेस्ट करेंगे वो आपका पैसा सेफ रहेगा, सुरक्षित रहेगा।
इसके अंदर आपको गारंटीड रिटर्न मिलेंगे
टाइम डिपॉजिट एक ऐसी योजना है जिसके अंदर आप सिर्फ एक हज़ार रुपयों से अपना अकाउंट खुलवा सकते हैं। यानी कि आपको यह सेविंग की आदत डालने वाली स्कीम है और आप बहुत ही कम पैसे से यह अकाउंट शुरू कर सकते हैं।
Terms of TD
तो चलिए अब हम जानते हैं कि इसकी टर्म क्या है। यानी कि आपको टाइम डिपॉजिट के कितने प्रकार मिलते हैं। तो दोस्तों टाइम डिपॉजिट के अंदर आपको चार तरह के एफडी स्कीम्स मिल जाती हैं।
- 1 Year स्कीम टीडी
- 2 Years टीडी,
- 3 Years टीडी
- 5 Years टीडी
इन सभी का जो इंटरेस्ट रेट है वह भी आपको अलग अलग मिलेगा और इनके लाभ भी आपको अलग अलग मिलेंगे। तो चलिए नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से हम जान लेते हैं कि इंटरेस्ट रेट कितना मिलता है इन अलग अलग टाइम डिपॉजिट अकाउंट के अंदर।
Term | Interest Rate |
---|---|
1 Year | 6.9% |
2 Years | 7.0% |
3 Years | 7.1% |
5 Years | 7.5% |
इनकम टैक्स में लाभ
तो चलिए अब हम जानते हैं कि इसके अंदर आपको इनकम टैक्स का बेनिफिट कैसे मिलता है। तो दोस्तों इनकम टैक्स का बेनिफिट आपको मिलेगा या नहीं यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप पुराने टैक्स सिस्टम को इस्तेमाल करते हैं या फिर नए टैक्स सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं।
अगर हम बात करें पुराने टैक्स सिस्टम की तो अगर आप 5 Year TD के अंदर डेढ़ लाख रुपए तक की सेविंग करते हैं तो इनकम टैक्स एक्ट के 80C के अंदर जो डेढ़ लाख रुपए तक की अमाउंट होगी वह आपकी टैक्स रिबेट के लिए मान्य रहेगी।
तो इसका मतलब यह है कि आपका जो 1 Year टीडी , 2 Year टीडी या फिर 3 Year टीडी है, उसके अंदर आपको टैक्स रिबेट का विकल्प नहीं मिलता है। इस स्कीम के अंदर पोस्ट ऑफिस के द्वारा टीडीएस डिडक्ट नहीं किया जाता है।
यहां पर एक और महत्वपूर्ण बात है कि इस स्कीम के अंदर आपको जो भी इंटरेस्ट मिलेगा वह इंटरेस्ट आपका टैक्सेबल होगा और जब भी आप इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करेंगे वहां पर आपको इस इंटरेस्ट को इनकम फ्रॉम अदर सोर्स के अंदर डिक्लेयर करना पड़ेगा।
तो अब हम बात करते हैं नए टैक्स सिस्टम की। तो दोस्तों न्यू टैक्स सिस्टम के अंदर आपको 80C का लाभ नहीं मिलता है। यानी कि आपको 5 Years टीडी के ऊपर भी आपको यहां पर इनकम टैक्स से बेनिफिट नहीं मिलता है। और न्यू टैक्स में अगर आपका पोस्ट ऑफिस के द्वारा टीडीएस डिडक्ट नहीं किया जाता है और इसका जो इंटरेस्ट होगा वह आपको इनकम फ्रॉम अदर सोर्स में डिक्लेयर करना पडेगा और उसके ऊपर आपको टैक्स पे करना पड़ेगा आपकी इनकम के मुताबिक।
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कौन व्यक्ति टाइम डिपॉजिट अकाउंट खुलवा सकता है
तो चलिए अब हम जान लेते हैं कि कौन कौन व्यक्ति टाइम डिपॉजिट अकाउंट ओपन कर सकते हैं।
- कोई भी वयस्क अपने नाबालिग बच्चों के गार्जियन के रूप में टीडी अकाउंट ओपन कर सकते हैं।
- कोई भी नाबालिग जिसकी उम्र 10 साल से ज्यादा है, अपने लिए एक टीडी अकाउंट ओपन कर सकते हैं।
- अगर कोई व्यक्ति ज्वाइंट अकाउंट ओपन करना चाहता है तो अधिकतम तीन लोग मिलकर ज्वाइंट अकाउंट भी ओपन कर सकते हैं।
- आप पोस्ट ऑफिस के अंदर जितने भी चाहे टीडी अकाउंट ओपन कर सकते हैं। इसके ऊपर किसी भी तरह की कोई पाबंदी नहीं है।
टीडी अकाउंट किस तरीके से खुलवा सकते हैं
तो चलिए अब हम जानते हैं कि आप टीडी अकाउंट किस तरीके से ओपन कर सकते हैं। दोस्तों आप टीडी अकाउंट को चेक या फिर कैश की मदद से ओपन कर सकते हैं। अगर आप टीडी अकाउंट को चेक की मदद से ओपन करते हैं तो जिस दिन आपका चेक रिलीज होगा उस दिन से आपका जो अकाउंट है वह स्टार्ट हो जाएगा।
और जैसा कि मैं पहले ही बता चुका हूं कि आप जितने भी चाहे अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसके अंदर कोई भी लिमिट नहीं है।
डिपॉजिट लिमिट
तो चलिए अब हम जानते हैं कि पोस्ट ऑफिस की टीडी अकाउंट के अंदर डिपॉजिट लिमिट क्या है। यानी कि आप कम से कम और ज्यादा से ज्यादा कितना पैसा जमा कर सकते हैं। तो टीडी अकाउंट के अंदर आप कम से कम एक हज़ार रुपयों से अपना टीडी अकाउंट शुरू कर सकते हैं।
इसके अंदर मैक्सिमम डिपॉजिट की कोई भी लिमिट नहीं है। यानी कि आप जितने भी चाहे 1 लाख, 2 लाख , 50 लाख जितने भी चाहे आप इसके अंदर पैसे जमा कर सकते हैं और जितने भी चाहे आप अकाउंट ओपन कर सकते हैं।
इंटरेस्ट रेट
तो चलिए दोस्तों अब हम जानते हैं कि इसका जो इंटरेस्ट है वह आपको किस तरीके से पे किया जाता है। तो दोस्तों, टीडी अकाउंट के अंदर जो इंटरेस्ट की अमाउंट होती है वह आपको वार्षिक रूप पर की जाती है और जब आप टीडी अकाउंट ओपन करवाएंगे उस महीने जितना भी इंटरेस्ट रेट होगा उसके अकॉर्डिंग ही आपके अगले साल के लिए यानी कि जितने साल का आप टीडी अकाउंट ओपन करवाएंगे वही इंटरेस्ट आपके अकाउंट के ऊपर लागू रहेगा।
ऑटो रिन्यूअल
तो चलिए अब हम जानते हैं कि क्या टीडी अकाउंट के अंदर ऑटो रिन्यूअल की फैसिलिटी मिलती है। तो दोस्तों, मान लीजिए आपने एक साल की, दो साल की, तीन साल की या फिर पांच साल की टीडी ओपन करवाई हुई है तो जब भी वह टीडी मैच्योर होगी वो अगले आने वाले समय के लिए ऑटोमेटिकली रिन्यू हो जाएगी।
मान लीजिए आपने एक साल की टीडी ओपन करवाई है तो मैच्योरिटी वाले दिन वह अपने आप ही अगले एक साल के लिए रिन्यू हो जाएगी। इसी तरह से दो साल की , तीन साल की और पांच साल की टीडी भी रिन्यू हो जाएगी।
प्री मैच्योर क्लोजर
तो चलिए दोस्तों अब हम एक बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण बात को जानने वाली है वो है प्री मैच्योर क्लोजर। अगर कोई व्यक्ति समय से पहले अपनी टीडी अकाउंट यानी कि अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट को बंद करना चाहता है तो किस तरीके से कर सकता है।
तो सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि अगर कोई व्यक्ति अपने टीडी अकाउंट यानी कि एफडी अकाउंट को बंद करवाना चाहता है तो अकाउंट ओपन करने के छह महीने के बाद ही आप अपने अकाउंट को क्लोज करवा सकते हैं ।
लेकिन यहां पर एक साल, दो साल, तीन साल और पांच साल की जो टीडी है उसके अंदर आपको कुछ अलग अलग नियम देखने के लिए मिलेंगे। जो कि आपके लिए जानना बहुत ही ज्यादा जरूरी है और उसको आप बहुत ही ध्यान से पढियेगा ।
तो सबसे पहले हम बात करते हैं कि जो एक साल की टीडी है या फिर दो साल की टीडी है या फिर तीन साल की टीडी है उसको आप जैसा कि मैं बता चुका हूं कि सिर्फ अकाउंट ओपन करने के छह महीने के बाद ही क्लोज करवा सकते हैं ।
लेकिन अगर आप एक साल की टीडी, दो साल की टीडी या फिर तीन साल की टीडी को अकाउंट ओपन करने के छह महीने के बाद क्लोज करवाते हैं या एक साल से पहले पहले क्लोज करते हैं तो आपको जो इंटरेस्ट रेट मिलेगा वो पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट का जो इंटरेस्ट होगा वही इंटरेस्ट मिलेगा।
लेकिन यहां पर आपको मैं बता दूं कि अगर आप दो साल की टीडी को एक साल कंप्लीट होने के बाद क्लोज करवाते हैं तो आप एक साल का इंटरेस्ट ले चुके होंगे। तो आप अकाउंट क्लोज करवाते समय पर जो इंटरेस्ट ले चुके हैं उसके ऊपर आपका जो एक साल बचा हुआ है, उसका जितना भी इंटरेस्ट बनता है उसका दो परसेंट आपको डिडक्ट करके बाकी की जो प्रिंसिपल अमाउंट है आपको वापस दे दी जाएगी।
यानी कि मान लीजिए आपने दो साल की टीडी ओपन करवाई थी। एक साल उसका कंप्लीट हो चुका है और उसका इंटरेस्ट भी आपको मिल चुका है। उसके दो तीन महीने और भी ऊपर हो चुके हैं। आपको एक साल का जो इंटरेस्ट मिला था उसके अंदर परसेंट की डिडक्शन कर ली जाएगी और बाकी के जो एक दो महीने ऊपर हुए हैं उसका आपको सेविंग अकाउंट का इंटरेस्ट मिलेगा।
और यहां पर दोस्तों इसी तरह से अगर आप तीन साल के टीडी को एक साल कंप्लीट होने के बाद क्लोज करवाते हैं तो उसके ऊपर भी यही सेम रूल अप्लाई होगा।
यहां पर जो सबसे महत्वपूर्ण बात जानने वाली है वो ये है कि अगर कोई व्यक्ति पांच साल की टीडी ओपन करवाता है और वह उसको प्री मेच्योर क्लोज करना चाहता है यानी कि समय से पहले बंद करवाना चाहता है तो इसके रूल जो है वो बहुत ही ज्यादा कठोर है। सबसे पहली बात तो ये है कि आप पांच साल की टीडी को सिर्फ और सिर्फ अकाउंट ओपन करने के चार साल के बाद ही क्लोज करवा सकते हैं।
आप इसको छह महीने के बाद क्लोज नहीं करवा सकते है। और दूसरी महत्वपूर्ण बात ये है कि अगर आप 5 year टीडी को चार साल के बाद प्री मेच्योर क्लोज करवाते हैं तो आपको जो इंटरेस्ट मिलेगा वो सेविंग अकाउंट के हिसाब से मिलेगा। तो इस हिसाब से देखा जाए तो पांच साल की टीडी को अगर आप समय से पहले क्लोज करवाते हैं तो यहां पर आपको नुकसान हो सकता है।
Interest Calculator
तो चलिए दोस्तों अब हम नीचे दी गयी टेबल के जरिए समझ लेते हैं कि एक साल की टीडी, दो साल की टीडी, तीन साल की टीडी और पांच साल की टीडी के अंदर अगर आप ₹1 लाख जमा करते हैं तो आपको क्या लाभ होगा।
Term | Interest Rate | Deposit Amount | Total Interest | Total Amount after Maturing |
---|---|---|---|---|
1 Year | 6.9% | ₹100000 | ₹7080 | ₹107080 |
2 Years | 7.0% | ₹100000 | ₹14371 | ₹114371 |
3 Years | 7.1% | ₹100000 | ₹21873 | ₹121873 |
5 Years | 7.5% | ₹100000 | ₹38567 | ₹13856 |
निष्कर्ष
तो दोस्तों यह थी हमारा आज का लेख। .. के बारे में। आशा करता हूँ आपको हमारा यह प्रयास पसंद आया होगा। अगर आपको हमारा यह लेख किसी भी प्रकार से ज्ञानवर्धक लगा हो तो कृपया करके इसे होने परिवार और मित्रों के साथ जरूर साँझा करे। अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।