आप भी हो सकते हैं post office fraud का शिकार , जाने पोस्ट ऑफिस धोखाधड़ी से कैसे बचें

दोस्तों यदि पोस्ट ऑफिस में आपने या आपके किसी रिश्तेदार ने या फिर जान पहचान वाले ने कोई भी खाता खुलवाया है या किसी भी स्कीम में अपना पैसा निवेश किया है तो यह लेख आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है। 

वैसे तो पोस्ट ऑफिस भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं। पोस्ट ऑफिस में जमा किसी भी स्कीम में आपका पैसा 100% सुरक्षित होता है। आपके पैसे की सुरक्षा की गारंटी सौ प्रतिशत भारत सरकार की होती है लेकिन इसके बावजूद भी खाताधारकों की भी कुछ जिम्मेदारियां बनती हैं। 

पोस्ट ऑफिस में पैसा निवेश करने वाले निवेशकों को भी कुछ मुख्य मुख्य बातों का ध्यान रखना चाहिए तथा कुछ मुख्य मुख्य सावधानियां बरतनी चाहिए जिससे वह किसी भी प्रकार के फ्रॉड या धोखाधड़ी या गबन से बच सके तथा उनका पैसा सुरक्षित रह सके। दोस्तों आइये अब हम जानते हैं कि वह मुख्य बातें कौन कौन सी हैं जिनका प्रत्येक खाताधारकों को ध्यान रखना चाहिए। 


post office fraud


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अपने पोस्ट ऑफिस खाते में अपना वैध मोबाइल नंबर लिंक या अपडेट करें

दोस्तों सबसे पहली बात जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए और आपको इस बारे में एकदम अलर्ट रहना चाहिए जिससे यह सावधानी आपके निवेश किए गए पैसों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगी। यदि आपने अपने पोस्ट ऑफिस के खाते में अपना मोबाइल नंबर अभी तक अपडेट नहीं किया है तो इसे तुरंत अपडेट कर लें। 

अपने पोस्ट ऑफिस के खातों में अपना पर्सनल मोबाइल नंबर अपडेट करने से आपको फायदा यह होगा कि जब भी आपके खाते में कोई लेनदेन होगा जो आपके द्वारा नहीं किया गया है, इसकी जानकारी तुरंत आपको एसएमएस के द्वारा आपके मोबाइल नंबर पर मिल जाएगी और यदि आवश्यक हो तो आप तुरंत इस पर कार्रवाई तथा किसी भी धोखाधड़ी या गबन से बच सकते हैं। 

और यदि आपके खाते में आपका मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है तो किसी भी प्रकार के लेन देन का मैसेज आप तक नहीं पहुंच पाएगा। जब आप पोस्ट ऑफिस जाएंगे तभी आपको पता चल पाएगा की आपके खाते से कोई लेन -देन हुआ है। हो सकता है तब तक आपको काफी देर हो चुकी हो तथा बाद में आपको कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 

यदि आपने अपने पोस्ट ऑफिस के अकाउंट में मोबाइल नंबर अपडेट कर दिया है परंतु उसका एक निर्धारित समय 24 या 48 घंटे के अंदर अंदर आपके किए हुए लेन देन की कोई भी सूचना से संबंधित कोई भी मैसेज आपके मोबाइल नंबर पर प्राप्त नहीं होता है, तब भी आपको पोस्ट ऑफिस में जाकर पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों से इस बारे में बात करनी चाहिए तथा इस बात को कन्फर्म करना चाहिए कि आपके अकाउंट में आपका सही मोबाइल नंबर ही या नहीं। अगर किसी तरह की कोई त्रुटि पाई जाती है तो उसे तुरंत ठीक करवाएं। 


अपने पोस्ट ऑफिस खाते में अपना आधार और पैन कार्ड अपडेट करें

यदि आपके पोस्ट ऑफिस के खाते में आपका आधार कार्ड और पैन कार्ड अपडेट नहीं है तो उसे तुरंत अपडेट कर लें। क्योंकि डाकघर के खाते में पैन कार्ड और आधार कार्ड अपडेट होने से धोखाधड़ी पर रोक लगेगी। लोगों के खाते में जैसे ही पैन और आधार नंबर डाला जाता है तो यह सॉफ्टवेयर द्वारा इनकी सत्यता की जांच हो जाती है। 

उसके बाद कोई चाहकर भी आपके खाते में किसी तरह की कोई छेड़खानी या कोई एडिट करके इसका दुरुपयोग नहीं कर सकता है। जब भी लोग अपने खातों की मेच्योरिटी के लिए जाएंगे तो उन्हें इस प्रक्रिया से गुजरना ही होगा, तो इसे पहले ही अपडेट करा लें ताकि बाद में किसी तरह की कोई भी दिक्कत का सामना न करना पड़े। 

डाकघर में बचत बैंक खाते, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना सहित कई प्रकार की ऐसी स्कीम के खाते हैं, जिनमें आधार कार्ड और पैन कार्ड और मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है। यदि ऐसे खातों में कोई आपका भी खाता है तो तुरंत आप अपने खाते में इन सभी चीजों को अपडेट करवाएं और अपने पैसों को धोखेबाज लोगों से बचाएं । 


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किसी भी व्यक्ति को खाली SB-7/ निकासी फॉर्म न दें

दोस्तों पोस्ट ऑफिस के खाते से पैसा निकालने के लिए एक फॉर्म भरा जाता है जिसे SB-7 फार्म कहा जाता है या इसको निकासी फार्म भी कहा जाता है। आप इस तरह के खाली निकासी फार्म पर हस्ताक्षर करके कभी भी किसी भी व्यक्ति या किसी पोस्ट ऑफिस के एजेंट को ना दें। 

हो सकता है वह व्यक्ति या एजेंट धोखे से आपके खाते में जमा सारी की सारी अथवा कोई निश्चित राशि निकाल ले और आपको पता भी न चले क्योंकि निकासी फार्म पर आपके हस्ताक्षर हैं और आपने जिस भी व्यक्ति या पोस्ट ऑफिस एजेंट को इसे दिया है वह अपनी मर्जी से चाहे जितनी भी राशि निकाल सकता है। 

आप इसके बारे में कोई शिकायत भी नहीं कर सकते हैं और यदि आप शिकायत करते भी हैं तो आपको कोई फायदा होने वाला नहीं है। क्योंकि निकासी फार्म पर यानी कि जो विड्राल फार्म है, उस पर आपके हस्ताक्षर मौजूद हैं। इसलिए यह निकासी आपके द्वारा ही मानी जाएगी। 

तो कभी भूलकर भी गलती से भी ऐसी गलती नहीं करनी है। किसी भी खाली निकासी फार्म पर हस्ताक्षर करके किसी भी व्यक्ति ,पोस्ट ऑफिस एजेंट अथवा घर के अंदर कहीं भी नहीं रखवाना है। इससे भी आप बहुत ही बड़ी धोखाधड़ी या फ्रॉड से बच सकते हैं और अपना पैसा सुरक्षित रख  सकते हैं। 


प्रत्येक लेन-देन के बाद अपने पोस्ट ऑफिस पासबुक में अपना बैलेंस अवश्य जांचें

दोस्तों अपने डाकघर के खाते में प्रत्येक लेनदेन के बाद अपनी बकाया राशि की आपको पूरी तरह से जांच कर लेनी है। अच्छी तरह से चेक कर लेना है कि लेनदेन के बाद आपकी पासबुक में जो आपकी बकाया राशि है अर्थात  बैलेंस आफ ट्रांजेक्शन है वह एकदम सही है। 

प्रत्येक लेनदेन के बाद हमेशा अपनी पासबुक को प्रिंट ही करवाएं पासबुक में मैनुअल एंट्री कभी भी ना करवाएं। केवल प्रिंटर से ही उसको प्रिंट करवाएं। पासबुक में यदि मैनुअल एंट्री की जाती है तो इसमें गड़बड़ की जा सकती है। 

कई बार क्या होता है कि आप बहुत ज्यादा संख्या में पोस्ट ऑफिस में अपने खाते में लेन देन करते हैं और अपनी पासबुक भी कई कई दिनों में प्रिंट करवाते हैं या कई बार प्रिंट करवाना भूल भी जाते हैं। तो यहां पर भी क्लेरिकल मिस्टेक या जानबूझकर या फिर अनजाने में भी काफी गलती होने की संभावना रहती है। 

उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आपने अपने खाते में ₹50,000 जमा कराए और ₹50,000 की आपने पेन स्लिप यानी कि पैसे जमा करने की फार्म भर दी है। गलती से या जानबूझकर आपके खाते में सिर्फ एक जीरो कम करके केवल ₹5,000 ही जमा हो पाते हैं। यह क्लेरिकल मिस्टेक भी हो सकती है और जानबूझकर भी। 

और यदि आप भी इस पर ध्यान नहीं देते हैं और अपनी पासबुक को प्रिंट नहीं करवाते हैं और काफी दिनों बाद आप की एंट्री आप एकदम से अपनी पासबुक में कराते हैं तब भी आप इस पर ध्यान नहीं दे पाते हैं या कई बार पोस्ट ऑफिस में जितने भी फ्रॉड या गबन या गड़बड़ी के मामले होते हैं, उनमें से अधिकांश मामलों में अधिकृत एजेंट या पोस्ट ऑफिस एजेंट की अहम भूमिका पाई जाती है। 

इसलिए जहां तक हो सके यदि आप बहुत ज्यादा बिजी भी रहते हैं, तब भी समय निकालकर अगर हो सके तो खुद पोस्ट ऑफिस में जाकर ही लेन देन करें। किसी संदेशवाहक को नियुक्त करने के लिए आप जहां तक हो सके आप इससे बचे। 


अपनी पोस्ट ऑफिस की पासबुक कभी किसी को न दें

इसके बाद अगर आपने पोस्ट ऑफिस में जो भी खाता खोल रखा है उसकी पासबुक आप कभी भी किसी को भी न दें। उस पासबुक को आप अपनी पर्सनल कस्टडी में ही रखें और सुरक्षित स्थान पर रखें। अपनी पासबुक में आप कहीं भी नमूना हस्ताक्षर न करें। 

नमूना हस्ताक्षर वह सिग्नेचर होते हैं जब आप खाता खोलते समय उन्हें अकाउंट ओपनिंग फार्म पर करते हैं। क्योंकि उस सिग्नेचर से उनका कोई मिसयूज करके आपके खाते से पैसे निकाल सकता है तो आप वह सिग्नेचर अपनी पासबुक में कहीं भी करके न रखें। 

एक खाता है या अधिक खाते हैं तब आप अपना अकाउंट नंबर नोट करके किसी अलग से डायरी में लिख कर रख लें ताकि जरूरत पड़ने पर आपका अकाउंट नंबर काम आ सके। मान लीजिये आपकी पासबुक गुम हो गई है या आपकी पासबुक चोरी हो गई है और यदि आपको डुप्लीकेट पासबुक बनवानी है तो आपको इसकी एफआईआर भी दर्ज करवानी होगी या फिर अपने खाते को फ्रीज करवाना होगा ताकि इसमें किसी तरह की कोई पेमेंट न हो सके। 


निष्कर्ष 

तो दोस्तों , यदि आप इन कुछ बातों का ध्यान रखोगे तो अपना पैसा आप हंड्रेड परसेंट सुरक्षित रख पाओगे। उसमें किसी तरह की कोई भी गड़बड़ी या फ्रॉड होने की कोई भी संभावना नहीं रहती है। 

इसके बावजूद यदि आपके पैसे के साथ साथ कोई गड़बड़ी हो जाती है कोई छेड़खानी हो जाती है तो आप उसको जो कुछ उसमें संदिग्ध लगता है तो आप आपके पोस्ट ऑफिस अकाउंट में जमा पैसों के साथ कोई छेड़खानी की आशंका लगती है तो आप तुरंत पोस्ट ऑफिस के उच्च अधिकारियों से संपर्क करें। 

आप पोस्ट ऑफिस के उच्च अधिकारी अधीक्षक से तुरंत संपर्क करें तथा लिखित में इसकी शिकायत दें। यदि आपकी गड़बड़ की राशि बहुत ज्यादा है तो आप इसकी लिखित में पुलिस में एफआईआर भी करवा सकते हैं और मामले की जांच करवा सकते हैं।

Vinod Pandey

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