दोस्तों, निवेशकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार भारतीय डाक घरों में कई तरह की लघु बचत योजनाएं चलाती है। यदि आप एक ऐसी निवेश योजना की तलाश में हो जिसमें एक बार इकट्ठा पैसा निवेश करके हर महीने सैलरी या पेंशन की तरह एक नियमित इनकम मिलती हो तो आज इस लेख में हम एक ऐसी ही स्कीम के बारे में बातचीत करेंगे।
इस स्कीम का नाम है पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम यानी कि Monthly Income Scheme जिसको हिंदी में मासिक आय योजना भी कहते हैं। सरकारी योजनाओं में निवेश का एक फायदा यह भी होता है कि इसमें लोगों का पैसा 100 % सुरक्षित रहता है। पोस्ट ऑफिस में जमा पैसों पर भारत सरकार की हंड्रेड परसेंट गारंटी होती है। आपका पैसा डूबने का कोई भी खतरा नहीं होता है।
पोस्ट ऑफिस की किसी भी स्कीम में किया गया निवेश रिस्क फ्री होता है। दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे कि पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में खाता कौन खोल सकता है तथा खाता खोलने के लिए किन किन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है।
पोस्ट ऑफिस के MIS इंटरेस्ट रेट क्या है इस बारे में भी हम इस लेख में चर्चा करेंगे। पोस्ट ऑफिस की स्कीम में मिनिमम और मैक्सिमम डिपॉजिट लिमिट के बारे में भी इस लेख में बताया जाएगा।
MIS स्कीम की प्री मैच्योर क्लोजर रूल के बारे में और इसके मैच्योरिटी पीरियड के बारे में भी बताया जाएगा , पोस्ट ऑफिस स्कीम पर टैक्स रूल क्या क्या है इनके बारे में बताया जाएगा तथा नॉमिनेशन फैसिलिटी और खाता ट्रांसफर करने की फैसिलिटी के बारे में भी इस लेख में आपको बताया जाएगा।
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Post Office Monthly Income Scheme 2024 की ब्याज दर
दोस्तों, सबसे पहले बात करते हैं मंथली इनकम स्कीम में मिलने वाली ब्याज दर के बारे में। 1-4-2024 से भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के द्वारा पोस्ट ऑफिस की स्कीम की ब्याज दर 7. 4% घोषित की गई है। इस स्कीम पर ब्याज वार्षिक रूप से कैलकुलेट किया जाता है और हर महीने के हिसाब से इसके ब्याज का भुगतान किया जाता है।
इस स्कीम में एक हज़ार रुपए के मल्टीपल में सिंगल अकाउंट में मैक्सिमम ₹9 लाख तक जमा कर सकते हैं और ज्वाइंट अकाउंट में मैक्सिमम ₹15 लाख तक इसमें जमा कर सकते हैं। एक सिंगल व्यक्ति इस स्कीम में कुल मिलाकर ₹9 लाख तक ही जमा कर सकता है। एमआईएस अकाउंट में जमा पैसा सभी खाताधारकों का बराबर का माना जाता है।
उदहारण के तौर पर यदि दो खाताधारकों ने ज्वाइंट ₹15 लाख का खाता खुलवाया है तो उनका ₹7,50,000 हर एक का डिपॉजिट शेयर माना जाएगा और यदि यही खाता तीन अकाउंट होल्डर ने मिलकर खुलवाया है तो तीनों अकाउंट होल्डर के 5-5 लाख गिने जाएंगे।
Post Office Monthly Income Scheme 2024 में कौन अकाउंट खुलवा सकता है
कोई भी एक सिंगल वयस्क जिसकी उम्र 18 वर्ष से अधिक हो, इस स्कीम में अपना खाता खोल सकता है। यह खाता ज्वाइंट रूप से भी खोला जा सकता है। अधिकतम इसमें तीन लोग ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसमें ज्वाइंट अकाउंट दो प्रकार का होता है। ज्वाइंट अकाउंट A और ज्वाइंट अकाउंट B ।
ज्वाइंट अकाउंट A में सभी खाताधारकों के हस्ताक्षर पैसे निकासी के लिए आवश्यक होते हैं और ज्वाइंट B में कोई भी एक खाताधारक हस्ताक्षर करके खाते का संचालन कर सकता है, उससे पैसा निकाल सकता है या खाते को बंद भी करवा सकता है।
इस स्कीम में एक माइनर का या फिर मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति का खाता भी उसके माता पिता या गार्जियन के द्वारा खोला जा सकता है।
इसके अलावा अगर कोई माइनर जिसकी उम्र 10 वर्ष से अधिक है और हस्ताक्षर करने में सक्षम है, वह भी खाता इसमें खुलवा सकता है और खुद संचालित कर सकता है। लेकिन इसमें NRI को खाता खोलने की अनुमति नहीं होती है।
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न्यूनतम और अधिकता कितनी है जमा सीमा MIS में
अगर बात करें पोस्ट ऑफिस के MIS स्कीम में मिनिमम और मैक्सिमम डिपॉजिट लिमिट के बारे में तो इस खाते में हम मिनिमम एक हज़ार रुपए जमा कर सकते हैं तथा उसके बाद एक हज़ार के मल्टीपल में हमें इसकी मैक्सिमम लिमिट तक जमा कर सकते हैं।
सिंगल अकाउंट के लिए इसकी मैक्सिमम लिमिट ₹9 लाख है और ज्वाइंट अकाउंट के लिए इस खाते की मैक्सिमम लिमिट ₹15 लाख है। जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं, इस अकाउंट में जमा रकम सभी खाताधारकों की बराबर बराबर मानी जाएगी।
उदाहरण के तौर पर यदि तीन ज्वाइंट अकाउंट होल्डर ने खाता खोला है और उसमें ₹12 लाख जमा है तो हर जमाकर्ता का चार ₹4 लाख ही इसमें गिना जाएगा। इंटरेस्ट पेमेंट, फाइनल पेमेंट और इनकम टैक्स की कैलकुलेशन के लिए सभी का बराबर का हिस्सा माना जाएगा।
एक खाते में सारी की सारी रकम किसी एक ही व्यक्ति ने क्यों न जमा की हो पर सभी एमआईएस खातों में जमा को मिलाकर एक सिंगल व्यक्ति का कुल शेयर ₹9 लाख से अधिक नहीं होना चाहिए।
यदि किसी वजह से या किसी गलती की वजह से यह शेयर ₹9 लाख से अधिक का होता है तो उस अधिक जमा रकम को अनियमित डिपॉजिट माना जाएगा। उस पर एमआईएस का ब्याज न मिल कर के पोस्ट ऑफिस के साधारण खाता जो बचत बैंक खाता होता है उसका ब्याज मिलेगा जो कि 4% है।
जैसे ही इस डिपॉजिट का पता चलता है, यह डिपॉजिट जमाकर्ता को वापस कर दी जाती है। यदि माता पिता या गार्जियन एक माइनर की ओर से खाता खोलते हैं तो उसकी जो लिमिट होती है वह अलग होती है। उस लिमिट को इस लिमिट में काउंट नहीं किया जाता है।
Post Office Monthly Income Scheme 2024 इंटरेस्ट पेमेंट रूल्स
जैसे ही हम MIS में खाता खोलते हैं, खाता खोलने के एक महीने के बाद उसी तारीख से उस पर हर महीने ब्याज मिलना शुरू हो जाता है, जो कि खाते की मैच्योरिटी पांच साल तक लगातार हर महीने हमें मिलता रहता है। .
और विशेष ध्यान देने योग्य बात यह है की यदि हम एमआईएस अकाउंट में हर महीने ब्याज की निकासी नहीं करते हैं और ब्याज को खाते में ही छोड़ देते हैं तो उस ब्याज पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलता है। इसलिए हमें ब्याज हर महीने निकालना चाहिए और उसको किसी अन्य जगह इन्वेस्ट कर देना चाहिए ताकि हम उस ब्याज पर और अधिक ब्याज कमा सकें।
जैसा कि पहले बताया गया है, यदि किसी मामले में पोस्ट ऑफिस के स्कीम में जमाकर्ता लिमिट से अधिक पैसा जमा कर देता है तो वह पैसा जैसे ही संज्ञान में आता है जमाकर्ता को वापस रिफंड कर दिया जाता है और उस पर केवल पोस्ट ऑफिस के बचत बैंक खाते यानी कि सेविंग अकाउंट का ब्याज ही दिया जाता है, जो कि 4% है।
जितने समय के लिए यह पैसा पोस्ट ऑफिस के पास रहता है उतने समय के लिए ही 4% की दर से ब्याज दिया जाता है। इस डिपॉजिट पर आपको एमआईएस का इंटरेस्ट रेट नहीं दिया जाता है।
आप एमआईएस पर मिलने वाले ब्याज को अपने बचत बैंक खाते जो कि उसी पोस्ट ऑफिस में स्टैंड है, स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन दे करके उसमें अपना पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। या फिर ईसीएस फैसिलिटी के माध्यम से आप अपने अकाउंट का पैसा किसी भी सीबीएस पोस्ट ऑफिस में या फिर किसी बैंक अकाउंट में भी ट्रांसफर करवा सकते हैं।
यदि आपका खाता सीबीएस पोस्ट ऑफिस में है तो इंटरेस्ट विड्रॉल के मामले में आपको किसी तरह की कोई भी दिक्कत आने वाली नहीं है। पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम एक बहुत ही अच्छी स्कीम है, लेकिन इसका एक नेगेटिव पॉइंट यह है कि इस पर टैक्स की किसी तरह की कोई छूट प्राप्त नहीं होती है, स्कीम में मिलने वाला इंटरेस्ट जो है, टैक्सेबल होता है।
इसको जब हम आईटीआर भरते हैं, इनकम टैक्स रिटर्न भरते हैं तो पोस्ट ऑफिस की स्कीम से मिलने वाले ब्याज को हमें इनकम फ्रॉम अदर सोर्स कॉलम में दिखाना होता है तथा इसको टैक्स की कैलकुलेशन में लेना होता है।
इसको ऐड करने के बाद यदि हमारी टोटल इनकम टैक्सेबल है तो हमें टैक्स देना होगा और यदि टोटल इनकम टैक्सेबल नहीं है तो हमें किसी प्रकार का कोई टैक्स इस पर नहीं देना होगा। लेकिन हां ब्याज भुगतान के समय पोस्ट ऑफिस अपनी तरफ से कोई भी टीडीएस या टैक्स की कटौती इस पर नहीं करता है। जमाकर्ता को पूरा का पूरा ब्याज दे दिया जाता है।
MIS खाते को समय से पहले बंद करना
अब सवाल आता है कि यदि हमने एमआईएस अकाउंट खुलवा लिया है और उसके कुछ समय बाद ही हमें पैसे की जरूरत पड़ जाती है तो क्या हम इस खाते को प्री मेच्योर क्लोज करवा सकते हैं? जी हां, हम इस खाते को प्री मेच्योर क्लोज करवा सकते हैं, लेकिन इसके लिए कुछ शर्ते, कुछ कंडीशन रखी गई है।
सबसे पहले एक साल से पहले यह खाता किसी भी हालत में बंद नहीं करवाया जा सकता है और यदि हम इस खाते को एक साल के बाद परंतु तीन साल से पहले बंद करते हैं तो इस खाते पर 2% की पेनल्टी लगती है। यानी कि जिसकी प्रिंसिपल अमाउंट होती है उसमें से दो पर्सेंट की कटौती कर ली जाती है।
उदाहरण के लिए MIS में ₹1 लाख जमा है और उसको हमने एक साल के बाद परंतु तीन साल से पहले प्री मेच्योर क्लोज करते हैं तो हमारे ₹1 लाख पर ₹2,000 की कटौती की जायगी। यानी कि हमारे पेनल्टी के रूप में ₹2,000 पोस्टऑफिस काट लेगा और हमें नेट अमाउंट ₹98,000 वापस देगा। इसलिए इस खाते को जब अति आवश्यक हो, तभी प्री मेच्योर क्लोज करवाना चाहिए।
यदि एमआईएस अकाउंट को हम तीन साल के बाद परंतु पांच साल से पहले प्री मेच्योर क्लोज करते हैं तो हमें इस खाते में जितनी रकम जमा है, उसका 1% पेनल्टी के रूप में देना होगा।
उदाहरण के तौर पर यदि हमने ₹1 लाख का एमआईएस का खाता खोला है तो उसमें प्री मेच्योर क्लोज अगर हम तीन साल के बाद और पांच साल से पहले करवाते हैं तो उसका 1% पोस्टऑफिस काट लेगा अथार्थ 1 लाख पर ₹1,000 काट देगा और ₹99,000 हमें वापस कर देगा।
MIS अकाउंट पर एक परसेंट और दो परसेंट जो डिडक्शन की जाती है वह प्रिंसिपल अमाउंट से की जाती है। खाते को प्री मेच्योर क्लोज करने के लिए हमें एमआईएस की पासबुक पोस्ट ऑफिस में लेकर जाने तथा वहां पर एक निकासी फार्म या खाता बंद करने का जो फार्म होता है उसे भरकर के पासबुक और वह फार्म पोस्ट ऑफिस में जमा करा देना होता है और बड़ी ही आसानी से आपका खाता बंद कर दिया जाता है।
खाता बंद करवाने में आपको किसी तरह की कोई भी परेशानी नहीं आती है। तुरंत प्रभाव से आपका खाता बंद कर दिया जाता है और आपका जो नेट अमाउंट है उसका भुगतान कर दिया जाता है। यदि आपकी भुगतान राशि ₹20,000 या उससे कम है तो आपको कैश पेमेंट कर दी जाती है और यदि 20,000 से अधिक है तो आपकी पेमेंट आपके बचत खाते के या चेक के माध्यम से कर दी जाती है।
क्या है MIS का अकाउंट मैच्योरिटी पीरियड
और अब यदि बात करें पोस्ट ऑफिस के अकाउंट के मैच्योरिटी पीरियड के बारे में तो पोस्ट ऑफिस के एमआईएस अकाउंट की मैच्योरिटी पीरियड पांच साल है। जिस तारीख को हम खाता खोलते हैं उसे ठीक पांच साल के बाद उसी तारीख को खाते का भुगतान हो जाता है। अर्थात हम उस खाते को बंद कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस में पासबुक और एक पोस्ट ऑफिस खाता बंद करने का फार्म भरकर पोस्ट ऑफिस में जमा कराने पर आपका खाता तुरंत बंद कर दिया जाता है।
और यदि किसी मामले में खाते की मैच्योरिटी होने से पहले दुर्भाग्यवश जमाकर्ता या अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो उस मामले में खाते को क्लोज कर दिया जाता है तथा उसका भुगतान उसके नॉमिनी या कानूनी रूप से जो उसका उत्तराधिकारी होता है, उसको पेमेंट कर दी जाती है।
मृत्यु के मामले में जिस महीने में खाते की पेमेंट होती है, उसके पिछले महीने तक का ब्याज जो है उसके नॉमिनी या उत्तराधिकारी को दे दिया जाता है।
Post Office Monthly Income Scheme 2024 इंटरेस्ट कैलकुलेटर
तो आइए दोस्तों अब देखते हैं पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में 7.4% सालाना इंटरेस्ट रेट के हिसाब से कितनी राशि जमा करने पर हमें हर महीने कितना ब्याज मिलता है तथा साल में हमें कुल कितना ब्याज पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम पर मिल जाता है। आइए चलिए नीचे दिए टेबल के माध्यम से देखते हैं।
कुल जमा (रूपये ) | हर महीने ब्याज | कुल 5 साल बाद ब्याज |
---|---|---|
50,000 | 308 रूपये | 18,480 रूपये |
100000 | 617 रूपये | 37020 रूपये |
200000 | 1233 रूपये | 73980 रूपये |
500000 | 3083 रूपये | 184980 रूपये |
900000 | 5550 रूपये | 333000 रूपये |
1000000 | 6167 रूपये | 370020 रूपये |
1500000 | 9250 रूपये | 555000 रूपये |
निष्कर्ष
तो दोस्तों, यह थी Post Office Monthly Income Scheme - 2024 के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में कितना पैसा इन्वेस्ट करने पर हर महीने कितना ब्याज मिलेगा। तो आशा करता हूँ उपरोक्त जानकारी आप लोगों के लिए ज्ञानवर्धक साबित हुई होगी। अंत तक लेख को पढ़ने धन्यवाद।